टी-20 विश्वकप के बाद एक बार फिर बारिश ने भारत का साथ दिया। नेपियर में खेला जाने वाला दूसरा टी-20 टाई हो गया और भारत 1-0 से सीरीज जीत गया। 161 रनों का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 9 ओवर में 75 रन पर 4 विकेट खो चुकी थी, जब बारिश आ गई थी। यह डकवर्थ लुईस नियम के हिसाब से टाई था। इससे 1 रन भारत आगे होती तो भारत मैच जीत जाता वहीं अगर 1 रन पीछे होती तो न्यूजीलैंड के खाते में यह मैच चला जाता।
तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह और मोहम्मद सिराज के चार चार विकेट की बदौलत भारत ने न्यूजीलैंड को 19.4 ओवर में 160 रन के स्कोर पर समेट दिया था।लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने नौ ओवर में चार विकेट 75 रन बना लिये थे कि बारिश के कारण खेल रोकना पड़ा। कप्तान पंड्या 30 और दीपक हुड्डा नौ रन बनाकर खेल रहे थे।
अंपायरों ने मैच खत्म होने का फैसला किया और दोनों टीमों के कप्तानों ने हाथ मिलाये। भारत का नौ ओवर के बाद स्कोर डकवर्थ लुईस पद्धति के हिसाब से टाई के स्कोर के बराबर था।इस पूरी श्रृंखला में बारिश ने विघ्न डाला। पहला टी20 बारिश के कारण रद्द हो गया था जबकि दूसरे मैच में भारत ने न्यूजीलैंड को 65 रन से शिकस्त दी थी।
भारत की शुरूआत अच्छी नहीं रही, उसने दूसरे ही ओवर में सलामी बल्लेबाज ईशान किशन (10 रन) का विकेट गंवा दिया था जो एडम मिल्ने की गेंद पर डीप स्क्वायर लेग में खड़े मार्क चैपमैन को कैच देकर आउट हुए।
विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का पारी शुरू कराने का प्रयोग पिछले मैच की तरह इसमें भी विफल रहा जो दो चौके जमाकर पांच गेंद में 11 रन ही बना सके थे कि तीसरे ओवर में टिम साउदी की गेंद को हवा में खेलकर डीप बैकवर्ड प्वाइंट पर ईश सोढी को कैच देकर पवेलियन पहुंचे।
टीम ने अगली गेंद पर तीसरा विकेट श्रेयस अय्यर के रूप में गंवाया जो खाता भी नहीं खोल सके और साउदी का दूसरा शिकार बने।पिछले मैच में अपना दूसरा टी20 शतक जड़ने वाले सूर्यकुमार यादव (13 रन) बड़ी पारी नहीं खेल सके और सोढ़ी की गेंद पर डीप मिडविकेट पर फिलिप्स को कैच दे बैठे।
इससे पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड के लिये डेवोन कॉनवे (49 गेंद में 59 रन) और ग्लेन फिलिप्स (33 गेंद में 54 रन) ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं । इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 86 रन की साझेदारी निभायी।
लेकिन इसके बाद मेजबान टीम ने महज 30 रन के अंदर अपने आठ विकेट गंवा दिये।न्यूजीलैंड का स्कोर 16वें ओवर में दो विकेट पर 130 रन था लेकिन अर्शदीप (37 रन देकर चार विकेट) और सिराज (17 रन देकर चार विकेट) ने शानदार वापसी करते हुए प्रतिद्वंद्वी टीम को दो गेंद रहते ही समेट दिया।
भारत को पहला विकेट अर्शदीप ने दिलाया जब फिन एलेन उनकी फुल लेंथ गेंद पर पगबाधा आउट हुए। एलेन फैसले की समीक्षा करना चाहते थे लेकिन फिर पवेलियन लौट गये।
अनुभवी भुवनेश्वर कुमार ने तीसरे ओवर में कसी गेंदबाजी की। कॉनवे ने फिर बायें हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप पर मिड विकेट पर चौका और एक्सट्रा कवर पर एक छक्का जड़ दिया।
इसके बाद उन्होंने इस तेज गेंदबाज के सिर के ऊपर से खूबसूरत चौका लगाया, जिससे चौथे ओवर में 19 रन बने और न्यूजीलैंड की टीम बड़े स्कोर की ओर बढ़ती दिख रही थी।
भुवनेश्वर कुमार ने फिर अगले ओवर में 14 रन गंवाये जिससे दिख रहा था कि न्यूजीलैंड की टीम पावरप्ले में मजबूत शुरूआत करना चाहती थी जो हाल के दिनों में उनका कमजोर पक्ष रहा है।
हालांकि गेंदबाजी में बदलाव ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया, सिराज ने मार्क चैपमैन (12 गेंद में 12 रन) को आउट किया। लेंथ गेंद चैपमैन के बल्ले का किनारा लेकर क्षेत्ररक्षक अर्शदीप के हाथों में चली गयी।दो ओवर में 33 रन लुटाने के बाद भारतीय गेंदबाजों ने शानदार वापसी की और अगले चार ओवर में केवल 17 रन दिये।
कॉनवे ने युजवेंद्र चहल पर चौका लगाया जिससे न्यूजीलैंड ने 10 ओवर में दो विकेट पर 74 रन बना लिये थे।
बिग हिटर फिलिप्स ने चहल पर एक चौका और एक बड़ा छक्का जड़कर टीम को 13वें ओवर में 100 रन के पार कराया। फिलिप्स ने इसके बाद भुवनेश्वर पर भी एक चौका और मैकलॉरेन पार्क की छत पर एक गगनदायी छक्का जड़ा।
इसी लय को जारी रखते हुए फिलिप्स ने हर्षल पटेल पर डीप स्क्वायर लेग में एक और बड़ा छक्का जमाया। पर वह सिराज की गेंद पर भुवनेश्वर को डीप में कैच देकर आउट हुए जो मेहमान टीम के लिये बड़ा विकेट था।
फिलिप्स के आउट होने के बाद टीम ने लगातार विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हुआ।