दूसरे टेस्ट में रवींद्र जडेजा ने तोड़ा BCCI का यह नियम, सजा से बाल बाल बचे

WD Sports Desk
शुक्रवार, 4 जुलाई 2025 (14:07 IST)
ENGvsIND बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन रवींद्र जडेजा ने बीसीसीआई की नई मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का उल्लंघन किया। ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद बीसीसीआई ने आदेश दिया था कि कोई भी खिलाड़ी अकेले मैदान पर नहीं जाएगा और न ही मैदान से आएगा, बल्कि वे सभी टीम बस में एक साथ आएंगे। जडेजा ने गुरुवार को ऐसा नहीं किया।

लेकिन किसी सजा की उम्मीद नहीं है क्योंकि जडेजा ने एसओपी तोड़कर जल्दी आने का फैसला किया ताकि वह अपनी पारी को फिर से शुरू करने से पहले कुछ अतिरिक्त गेंदें खेल सकें। उन्हें पता था कि भारत लीड्स में दो बार ढह चुका है और इस बार उन्होंने सपाट पिच पर भारत को 211/5 से बचाने का आधा काम कर दिया था। भारत के लिए फिर से कम स्कोर पर आउट होना कोई जोखिम नहीं था।

जडेजा 41 रन दोबारा अपनी पारी की शुरुआत की, शुभमन गिल के साथ उनकी साझेदारी 99 रन की थी, लेकिन नई गेंद का ख़तरा बना हुआ था। जडेजा ने कहा, ''कहीं न कहीं मुझे लगा कि मुझे अतिरिक्त बल्लेबाजी करनी चाहिए क्योंकि गेंद अभी भी नई थी। मुझे लगा कि अगर मैं नई गेंद को देख पाऊं, तो बाकी की पारी आसान हो जाएगी। सौभाग्य से मैं लंच तक बल्लेबाजी कर सका, और फिर वाॅशिंग्टन सुंदर ने भी शुभमन के साथ अच्छी बल्लेबाजी की। इंग्लैंड में आप जितनी अधिक बल्लेबाजी करते हैं, उतना ही बेहतर होता है क्योंकि आपको कभी नहीं लगता कि आप इंग्लैंड में सेट हैं। किसी भी समय गेंद स्विंग हो सकती है और आपका किनारा ले सकती है या आपको बोल्ड कर सकती है।''

जडेजा तेज गेंदबाज जोश टंग की एक बाउंसर पर 89 रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने गिल के साथ 203 रन जोड़कर भारत को 500 के पार पहुंचाने में मदद की।

जडेजा ने कहा, ''जब आप टीम के लिए बल्ले से योगदान देते हैं, तो बहुत अच्छा लगता है, लेकिन जब आप भारत से बाहर खेल रहे होते हैं और टीम को आपकी ज्यादा जरूरत होती है, तो अच्छा लगता है। 210 रन पर 5 विकेट गंवाने के बाद टीम को आगे ले जाने के लिए बड़ी साझेदारी करना एक चुनौती है। मैंने इसे एक चुनौती के रूप में लिया। अगर आप कप्तान के साथ बने रहते हैं और बड़ी साझेदारी करते हैं, तो यह आपको एक क्रिकेटर और बल्लेबाज के रूप में आत्मविश्वास देता है कि आने वाले मैचों में भी आप योगदान दे सकते हैं।''

भले ही भारत ने नई गेंद से तीन विकेट लिए हों, लेकिन यह पिच कुछ खुरदरी लग रही है। जडेजा ने कहा कि गेंदबाजी के लिए काफी अनुशासन और इन-आउट फील्ड की जरूरत होगी क्योंकि गेंद सीधी दिशा में नहीं जा रही थी। उन्होंने कहा कि भारत मैच के अंतिम परिणाम के बारे में नहीं सोच रहा था, बल्कि तीसरे दिन भी इसी तरह की ऊर्जा के साथ गेंदबाजी करना चाहता है।(एजेंसी)<>

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख