कहते हैं कि एक चीज जब सही होती है तो दूसरी अपने आप सुधर जाती है। पूरी सीरीज में लचर नजर आ रही इंग्लैंड की बल्लेबाजी आज अचानक से मजबूत हो गई। इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ तीसरे क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन बुधवार को यहां पहली पारी में बिना विकेट खोए 120 रन बनाए।
रोरी बर्न्स और हसीब हमीद ने पहले विकेट के लिए 2011 के बाद पहली बार भारत के खिलाफ ओपनिंग साझेदारी में 100 से ज्यादा रन जोड़ डाले। हमीद ने 130 गेंदों पर नाबाद 60 रन में 11 चौके लगाए जबकि रोरी बर्न्स ने 125 गेंदों पर नाबाद 52 रन में 5 चौके और 1 छक्का लगाया। चारों भारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह , मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज तथा लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा दोनों बल्लेबाजों पर कोई असर नहीं छोड़ पाए।
भारतीय गेंदबाज चायकाल के बाद पहले विकेट के लिए तरसते रहे। टीम इंडिया की फील्डिंग भी आज लचर थी और हसीब हमीद का एक कैच स्लिप्स में टपकाया गया। अंतिम गेंद पर मोहम्मद सिराज ने पगबाधा की एक अपील की लेकिन कोहली ने रिव्यू लेने में दिलचस्पी नहीं दिखायी।
<
Hameed puts India to the sword and strokes his way to a 50 post-tea.
— Sony Sports (@SonySportsIndia) August 25, 2021
async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"> >
24 पारियों में इंग्लैंड के लिए आयी सलामी शतकीय साझेदारी
इंग्लैंड टीम के लिए पूरी सीरीज बल्ले से जो रूट खेलते रहे लेकिन आज सलामी बल्लेबाजों ने उनको राहत दी। यह सिर्फ इस सीरीज में ही नहीं बल्कि इंग्लैंड के लिए किसी टेस्ट में 24 पारियों बाद सलामी बल्लेबाजों द्वारा शतकीय साझेदारी आयी है।
इंग्लैंड की सलामी बल्लेबाजी की परेशानी से कितने सालों से जूझता आ रहा है है इसका अंदाजा इस ही बात से लगाया जा सकता है कि पूर्व कप्तान और सलामी बल्लेबाज एंड्रर्यू स्ट्रॉस के संन्यास के बाद यह टेस्ट मैचों में हसीब हमीद और रोरी बर्न्स की यह जोड़ी इंग्लैंड की 22 वीं सलामी जोड़ी थी।
स्ट्रॉस के जाने के बाद एलिस्टर कुक के साथ इंग्लैंड की टीम ने बहुत प्रयोग किया और उनके दूसरे छोर का बल्लेबाज लगातार बदला। 2018 में कुक के संन्यास लेने के बाद यह समस्या और भी बड़ी होती चली गई। इंग्लैंड को सिर्फ इस टेस्ट के लिए ही नहीं आगे भी एक दाएं और बाएं हाथ का बल्लेबाज ओपनिंग स्लॉट में चाहिए। सिर्फ लीड्स के लिए ही नहीं इंग्लैंड आगे के लिए भी इन दोनों बल्लेबाजों से आशा लगा रही होगी।
78 पर सिमट गई थी भारतीय पारी
लॉर्ड्स में दूसरा टेस्ट 151 रनों के बड़े अंतर से जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का गलत फैसला किया। एंडरसन ने आठ ओवर में मात्र छह रन देकर भारत के शीर्ष तीन बल्लेबाजों लोकेश राहुल , चेतेश्वर पुजारा और कप्तान विराट को पवेलियन की राह दिखाई। तीनों के कैच विकेटकीपर जोस बटलर के हाथों में गए। राहुल पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर खाता खोले बिना आउट हुए। पुजारा एक रन बनाकर आउट हुए जबकि विराट ने 17 गेंदों में सात रन बनाकर आउट हुए।
ओपनर रोहित शर्मा 105 गेंदों के संघर्ष में मात्र एक चौके की मदद से सर्वाधिक 19 रन बनाकर क्रैग ओवर्टन की ऑफ स्टंप से बाहर की गेंद पर पुल खेलने की कोशिश में रॉबिन्सन को कैच दे बैठे। रोहित छठे बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। उपकप्तान अजिंक्या रहाणे 54 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 18 रन बनाकर चौथे बल्लेबाज के रूप में टीम के 56 के स्कोर पर आउट हुए। ओली रॉबिन्सन ने रहाणे का शिकार किया। रॉबिन्सन ने ही ऋषभ पंत को बटलर के हाथों कैच कराकर पवेलियन की राह दिखाई।
रवींद्र जडेजा को सैम करेन ने अपना शिकार बनाया। लॉर्ड्स में आतिशी पारी खेलने वाले मोहम्मद शमी का खाता नहीं खुला और ओवर्टन ने उनका शिकार कर लिया। इशांत शर्मा आठ रन बनाकर नाबाद रह गए जबकि करेन ने जसप्रीत बुमराह और ओवर्टन ने मोहम्मद सिराज का शिकार कर लिया। बुमराह का खाता नहीं खुला जबकि सिराज तीन रन ही बना सके। बटलर ने विकेट के पीछे पांच कैच लपके।
एंडरसन के अलावा ओवर्टन ने 14 रन पर तीन विकेट, रॉबिन्सन ने 16 रन पर दो विकेट और करन ने 27 रन पर दो विकेट निकाले।