उन्होंने लिखा, आचरेकर सर की जिंदगी शिवाजी पार्क में क्रिकेट के इर्द-गिर्द घूमती थी। वह हमेशा शिवाजी पार्क में रहना चाहते होंगे। मैं आचरेकर सर की कर्मभूमि पर उनकी प्रतिमा बनाने के सरकार के फैसले से बहुत खुश हूं। सरकार ने अपने प्रस्ताव में कहा कि प्रतिमा के निर्माण की जिम्मेदारी बृहन्मुंबई नगर निगम की होगी।