पूर्व भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष, पूर्व कप्तान और तत्कालीन बंगाल क्रिकेट असोसिएशन के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भारत की हार पर कहा कि क्यूरेटर ने वही पिच बनाई जैसी उसे टीम प्रबंधन से हिदायत थी। साथ ही यह भी कहा कि अगर किसी पिच पर 4 दिन से पानी नहीं दिया जाएगा तो ऐसा ही खेल होगा।
गौरतलब है कि ईडन गार्डन पर खेले जाने वाले पहले टेस्ट से पहले उन्होंने कहा था कि स्पिन के मुफीद पिच बनवाने की कोई भी मांग टीम प्रबंधन ने नहीं की थी। अब वह इसके ठीक उलट बयान दे रहे हैं।
इस बीच गांगुली ने कहा कि ईडन की पिच सर्वश्रेष्ठ टेस्ट विकेट नहीं थी लेकिन भारत को 124 रन का लक्ष्य हासिल कर लेना चाहिए था।उन्होंने मैच के बाद पत्रकारों से कहा, इसमें कोई विवाद ही नहीं है। यह सर्वश्रेष्ठ टेस्ट विकेट नहीं था, लेकिन दुर्भाग्य से भारत हार गया। उन्हें फिर भी 120 रन बनाने चाहिए थे। यह सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पिच नहीं थी। गंभीर ने कहा कि उन्हें ऐसी पिच चाहिए थी और उन्होंने खुद क्यूरेटर को निर्देश दिए थे।
गांगुली ने कहा, यह सच है कि निर्देश दिए गए थे और मैं वही दोहराऊंगा जो मैंने पहले कहा था। गौतम ने इंग्लैंड में वनडे और टी20 क्रिकेट में भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। हम कुछ समय तक ऐसा ही करते रहेंगे, लेकिन हमें अच्छी पिचों पर खेलना चाहिए।
भारत के मुख्य कोच के रूप में गंभीर के काम की प्रशंसा करने के अलावा गांगुली ने टेस्ट टीम के लिए मोहम्मद शमी की मौजूदगी के महत्व पर भी विशेष जोर दिया जो एक स्पष्ट संदेश है कि भारत को अपने अनुभवी तेज गेंदबाज को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।उन्होंने कहा, उन्हें बुमराह, सिराज और शमी पर भरोसा होना चाहिए। स्पिनरों पर भी, जो उनके लिए टेस्ट मैच जीतते हैं।
गांगुली ने टेस्ट टीम को मैच की रणनीति के बारे में भी सलाह दी।उन्होंने कहा, टेस्ट मैच तीन दिन में नहीं, पांच दिन में जीतो।