ऑस्ट्रेलिया से हारने के बाद न्यूजीलैंड को दक्षिण अफ्रीका से भी इंदौर के होलकर स्टेडियम में हार का सामना करना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका ने न्यूजीलैंड की पारी को 231 रन पर समेटने के बाद 40.5 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर आसान जीत दर्ज की।
इस हार के बाद न्यूजीलैंड के लिए महिला एकदिवसीय विश्वकप में खतरे की घंटी बज गई है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम की शुरुआत बेहद खराब रही जब सलामी बल्लेबाज सूजी बेट्स पगबाधा आउट हो गई। इस बार भी न्यूजीलैंड की पारी पूरी तरह उनकी कप्तान सोफी डिवाइन ने संभाली हालांकि इस बार वह शतक चूक गई। अंत के ओवरों में तेजी से रन बनाने के चक्कर में पूरी टीम 232 रनों पर सिमट गई।
रनों का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका कभी भी दबाव में नहीं दिखी और ब्रिट्ज के शतक और लुईस के अर्धशतक के कारण टीम को आसान जीत मिली। टीम ने अंत के क्षणों में कुछ विकेट गंवाए लेकिन यह न्यूजीलैंड के लिए नाकाफी साबित हुआ। पिछले मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 69 रनों पर ऑलआउट होने वाली दक्षिण अफ्रीका के लिए आज का मैच राहत वाली खबर लाया।
मलाबा ने 10 ओवर में 40 रन देकर चार विकेट चटकाने के अलावा एक रन आउट भी किया। उनके शानदार प्रयास से एक समय बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रही न्यूजीलैंड की टीम 48 ओवर के अंदर ही ऑल आउट हो गयी।
मलाबा ने सोफी डिवाइन (98 गेंदों पर 85 रन, नौ चौके) और ब्रुक हालिडे (45) को पवेलियन की राह दिखा कर यह सुनिश्चित किया कि न्यूजीलैंड की टीम 240 रन से नीचे सीमित रहे। ब्रिट्स ने इसके बाद आत्मविश्वास के साथ धाराप्रवाह बल्लेबाजी करते हुए मात्र 89 गेंदों में 15 चौकों और एक छक्के की मदद से शानदार 101 रन बनाए। यह उनके वनडे करियर का छठा शतक है।
उन्हें अनुभवी सुने लुस का शानदार साथ मिला। लुस ने 114 गेंद की संयमित पारी में नौ चौके और एक छक्का की मदद से नाबाद 83 रन बनाये। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 159 रन की बड़ी साझेदारी की जिससे दक्षिण अफ्रीका ने 55 गेंद शेष रहते जीत दर्ज कर ली।
इस जीत से दक्षिण अफ्रीका का मनोबल बढ़ेगा। टीम अगले मैच में नौ अक्टूबर को विशाखापत्तनम में मेजबान भारत का सामना से पहले अपना नेट रन रेट सुधारने में भी सफल रही। इस मैच से पहले टीम -3.773 के सबसे खराब नेट रन रेट के साथ तालिका में सबसे नीचे थी लेकिन अब -1.424 के नेट रन रेट के साथ पांचवें स्थान पर पहुंच गई है।
साल 2000 का विश्व कप चैंपियन न्यूजीलैंड की यह लगातार दूसरी हार है। टीम को अपने शुरुआती मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 89 रनों से हारया था। न्यूजीलैंड अब अंक तालिका में सबसे नीचे है और उसका अगला मुकाबला 10 अक्टूबर को गुवाहाटी में बांग्लादेश से होगा।
ब्रिट्स को 99 रन के स्कोर पर हालिडे ने अपनी ही गेंद पर कैच टपकाकर जीवन दान दिया। उन्होंने इसका फायदा उठाते हुए एक रन दौड़कर अपना शतक पूरा किया।
उन्होंने इससे पहले 44 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा कर लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका का दबदबा बनाये रखा।
उन्होंने ली ताहुहु और जेस केर की नयी गेंद की जोड़ी पर लगातार चौके लगाते हुए मैच पर नियंत्रण बनाना शुरू किया। इसके बाद उन्होंने अमेलिया केर की गेंदबाज़ी पर ऑफ साइड में शानदार शॉट्स खेलते हुए महज दो ओवरों में 19 रन बटोर लिए।
लूस ने इस दौरान सहायक की भूमिका शानदार तरीके से निभाई। उन्होंने चतुराई से स्ट्राइक रोटेट की और अमेलिया केर की गेंद पर लॉन्ग ऑन के ऊपर से छक्का लगाकर अपनी बेहतरीन टाइमिंग का परिचय दिया।ब्रिट्स और लुस ने संयमित आक्रामकता से न्यूजीलैंड की गेंदबाजी को पूरी तरह निष्क्रिय कर दिया।
इससे पहले अपना 300वां अंतरराष्ट्रीय खेल रही डिवाइन ने डिवाइन ने एक छोर से विकेटों के पतन के बीच 65 गेंदों में अपना 17वां वनडे अर्धशतक पूरा किया।उन्होंने अपनी पारी में नौ चौके लगाए, ऐसा लग रहा था कि वह लगातार दूसरे मैच में शतक जड़ देंगी लेकिन मलाबा की अंदर आती गेंद पर गच्चा खाकर बोल्ड हो गयी।
मलाबा ने चारों विकेट अपने दूसरे स्पैल मे लिये। उनका दूसरा स्पैल 39वें ओवर में शुरू हुआ और उन्होंने अपने आखिरी पांच ओवर में 18 रन पर चार विकेट लिए।मलाबा ने इससे पहले खतरनाक हालिडे को आउट कर डिवाइन के साथ उनकी 86 रन की साझेदारी को तोड़ा। हालिडे ने 37 गेंद की पारी में छह चौके लगाये।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला करने के बाद न्यूजीलैंड की शुरुआत बेहद खराब रही। अपना 350 वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रही दिग्गज सूजी बेट्स पहली ही गेंद पर शून्य पर आउट हो गईं।जॉर्जिया प्लिमर (31 रन, 68 गेंद) और अमेलिया केर (17 रन) रन बनाने के लिए संघर्ष करते दिखी। डिवाइन के क्रीज पर आने के बाद टीम की रन गति में कुछ सुधार हुआ और न्यूजीलैंड ने 25 ओवर में दो विकेट पर 101 रन बना लिये।
प्लिमर की धीमी पारी का अंत क्लो ट्रयोन (43 रन पर एक विकेट) की गेंद पर हुआ।इसके बाद क्रीज पर आयी हालिडे ने आक्रामक बल्लेबाजी से दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों को परेशान किया। उन्होंने शानदार ड्राइव और बैकफुट पंच से चौके लगाकर रन गति को तेज किया।
मलाबा ने हालांकि एक ही ओवर में उन्हे और मैडी ग्रीन (चार) को आउट कर दक्षिण अफ्रीका की मैच में वापसी करा दी।मलाबा ने इसके बाद इजाबेल गेज (10) को रन आउट किया जिससे दक्षिण अफ्रीका स्कोर चार विकेट पर 187 रन से सात विकेट पर 212 रन हो गया। टीम इसके बाद लगातार विकेट गवांते रही और 231 रन पर आउट हो गयी।