नागपुर। पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट के पहले भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली के आउट होने पर निराशा जताते हुए कहा कि विराट की बल्लेबाजी तकनीक बेहतर नहीं है और उसमें कई दोष हैं।
विराट नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में जारी तीसरे टेस्ट में भारत की पहली पारी में 22 रन बनाकर तेज गेंदबाज मोर्न मोर्कल की गेंद पर विकेटकीपर डेन विलास को कैच थमा बैठे। उन्होंने 55 गेंदों की अपनी पारी में 2 चौके ही लगाए।
गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा कि विराट का इस विकेट पर बल्लेबाजी करने का तरीका बेहतर नहीं है। उनका पैर विकेट से काफी बाहर होता है और उनका संतुलन भी बेहतर नहीं है। विराट को अपने स्टांस को छोटा करने की जरूरत है ताकि वे क्रीज का बेहतर इस्तेमाल कर सकें। ऐसी स्थिति में वे बेहतर तरीके से गेंद का सामना कर सकेंगे और समझ सकेंगे कि गेंद को खेलना है या नहीं।
‘लिटिल मास्टर’ के नाम से मशहूर 66 वर्षीय गावस्कर ने कहा कि विराट अपने पांव को स्टांस से काफी बाहर रखकर बल्लेबाजी करते हैं और पिछली 10 टेस्ट पारियों में उनके नाम सिर्फ एक शतक दर्ज है, जब उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ अगस्त में गाले के मैदान पर 103 रनों की पारी खेली थी।
उन्होंने कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ ही 78 रन की अर्द्धशतकीय पारी खेली थी। भारत के नंबर वन बल्लेबाज का रिपोर्ट कार्ड बेहतर होना चाहिए।
मोहाली में खेले गए पहले टेस्ट की दोनों पारियों में भी विराट कैच आउट ही हुए थे। उन्हें पहली पारी में कैगिसो रबादा ने डीन एल्गर के हाथों कैच कराया जबकि दूसरी पारी में स्टियान वान जिल की गेंद पर विकेटकीपर डेन विलास को कैच थमा बैठे।
भारतीय टीम भले ही यह मुकाबला 108 रनों से जीत गई हो लेकिन विराट का प्रदर्शन इस मैच में भी कुछ खास नहीं था और उन्होंने 1 और 29 रनों की पारी खेली थी। (वार्ता)