सिडनी। भारत ने बारिश और खराब मौसम के कारण चौथा और अंतिम टेस्ट मैच ड्रॉ छूटने के साथ ही आस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर सोमवार को यहां आस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली बार टेस्ट श्रृंखला जीती। इस तरह से विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतने वाले पहले भारतीय और पहले एशियाई कप्तान बन गए हैं। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने 70 साल बाद नया इतिहास रच दिया है।
बारिश की वजह से पांचवें और अंतिम दिन का खेल नहीं हो पाया और अंपायरों ने लंच के बाद मैच ड्रॉ करने का फैसला किया जिससे भारत ने चार मैचों की श्रृंखला 2-1 से अपने नाम की। इस तरह से भारत बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी बरकरार रखने में भी सफल रहा।
भारत ने अपनी पहली पारी 7 विकेट पर 622 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया 300 रन पर आउट हो गया और उसे अपनी धरती पर पिछले 30 साल में पहली बार फॉलोऑन के लिए उतरना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 6 रन बनाए।
भारत ने चौथे टेस्ट मैच से पहले श्रृंखला में 2-1 की अजेय बढ़त बना ली थी। भारतीय टीम ने एडीलेड में पहला टेस्ट मैच 31 रन से जीता था। ऑस्ट्रेलिया ने पर्थ में दूसरे टेस्ट मैच में 146 रन से जीतकर वापसी की, लेकिन भारत ने मेलबर्न में तीसरा मैच 137 रन से अपने नाम करके इतिहास रचने की तरफ मजबूत कदम बढ़ाए थे।
पांचवें दिन सुबह के पूरे सत्र में पिच कवर से ढंकी रही। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड के ऊपर काले घने बादल छाए हुए हैं और इस बीच हल्की बारिश भी हुई। रविवार भी पूरे दिन बादल छाए रहे और आज सुबह भी स्थिति नहीं बदली।
खेल स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजे शुरू होना था, लेकिन बारिश आने से इसकी संभावना समाप्त हो गई। अंपायरों ने आखिर में स्थानीय समयानुसार 2 बजकर 30 मिनट पर मैच ड्रॉ करने का फैसला किया।
मैच के पहले दो दिन भारतीय बल्लेबाज छाए रहे। चेतेश्वर पुजारा ने 193 और ऋषभ पंत ने नाबाद 159 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे दिन खराब रोशनी के कारण खेल जल्दी समाप्त किए जाने तक 6 विकेट पर 236 रन बनाए। इसके बाद अगले दिन उसकी टीम 300 रन पर आउट हो गई। भारत की तरफ से कुलदीप यादव ने 99 रन देकर 5 विकेट लिए।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को फॉलोऑन के लिए आमंत्रित किया, लेकिन खराब रोशनी के कारण चौथे दिन का खेल भी जल्द समाप्त करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने तब बिना किसी नुकसान के 6 रन बनाए थे।
पुजारा ने भारत की श्रृंखला में जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने श्रृंखला में 74.42 की औसत से 521 रन बनाए जिसमें तीन शतक शामिल हैं। उन्हें मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज चुना गया।
(Photo courtesy: BCCI Twitter)