ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन बोले, पर्थ में उतरेंगे पूरे विश्वास के साथ...

Webdunia
सोमवार, 10 दिसंबर 2018 (17:26 IST)
एडिलेड। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन के लिए भारत से मिली 31 रनों की हार पचा पाना आसान नहीं है लेकिन उन्होंने कहा कि उनकी टीम पहले टेस्ट मैच के 5वें दिन आखिर तक मुकाबले में बने रहने के जज्बे से प्रेरणा लेकर पूरे विश्वास के साथ पर्थ टेस्ट में उतरेगी।
 
 
ऑस्ट्रेलिया की टीम 323 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मैच के 5वें दिन सोमवार को 291 रनों पर आउट हो गई। आर. अश्विन, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी ने मिलकर 9 विकेट लिए और भारत को 4 मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त दिलाई। पेन ने मैच के बाद कहा कि इससे मुश्किल कुछ और नहीं हो सकता है। प्रत्‍येक टेस्ट मैच बहुत बड़ी चुनौती होती है और हमें उम्मीद थी कि इस श्रृंखला में शुरू से ही कड़ा मुकाबला होगा।
 
उन्होंने कहा कि अगर आप अच्छी टीम बनना चाहते हों तो आपको ऐसी टीम बनना होगा जिसे हराना मुश्किल होता है और आज हमने ऐसा किया। हमने भारत को जीत के लिए काफी संघर्ष करवाया। मुझे लगता है कि उन्होंने जितना सोचा था, हमने उससे ज्यादा उनसे मेहनत करवाई। 
पेन ने कहा कि हमने पहले 2 टेस्ट मैचों के लिए यही टीम चुनी है और हम पूरे विश्वास के साथ वहां (पर्थ) जा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में भारत से अधिक ओवर खेले, लेकिन तब भी उसे हार झेलनी पड़ी।
 
पेन ने कहा कि श्रृंखला में आगे बढ़ने से पहले उन्हें इस क्षेत्र में सुधार करना होगा। हमारे पास बहुत अच्छा मौका था। हम पहली पारी में उसे भुना नहीं पाए और आज जब वे थक रहे थे, तब हमारे पास बल्लेबाज नहीं थे। अगर हमने इनमें से किसी भी एक मौके का फायदा उठाया होता तो हम यह टेस्ट मैच जीत जाते इसलिए इस हार को पचा पाना मुश्किल है। ऑस्ट्रेलिया के पुछल्ले बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया और भारत को जीत के लिए इंतजार करवाया।
 
पेन ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि बहुत अधिक लोगों ने यह सोचा होगा कि हम लक्ष्य के इतने करीब पहुंचेंगे लेकिन हमें विशेषकर अपने निचले क्रम पर बहुत भरोसा था। हमारी बल्लेबाजी निचले क्रम में भी मजबूत है और नैथन लियोन हर समय बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख