स्पिन के जादूगर अश्विन से निपटने के लिए नीलसन की मदद लेंगे ट्रेविस हेड

Webdunia
रविवार, 2 दिसंबर 2018 (19:12 IST)
एडिलेड। बाएं हाथ के ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ट्रेविस हेड 6 दिसंबर से यहां शुरू हो रहे पहले क्रिकेट टेस्ट में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन से निपटने के लिए अपनी टीम के जूनियर साथी हैरी नील्सन की मदद लेंगे।
 
 
हेड की तरह ही बाएं हाथ के बल्लेबाज दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के नीलसन (100 रन) ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया एकादश और भारत के बीच अभ्यास मैच के दौरान अश्विन (122 रन पर दो विकेट) का सामना काफी अच्छी तरह किया और शतक जड़ा।
 
हेड ने पहले टेस्ट से पूर्व कहा, ‘हैरी नील्सन ने अभ्यास मैच में उसका अच्छी तरह सामना किया इसलिए मैं उससे बात (अश्विन का सामना करने को लेकर) करने को लेकर उत्सुक हूं।’
 
अश्विन को अपने करियर के दौरान बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ काफी सफलता मिली है और ऑस्ट्रेलिया की अंतिम एकादश में कम से कम चार बाएं हाथ के बल्लेबाजों को जगह मिलने की उम्मीद है। हेड ने हालांकि कहा कि उनके बल्लेबाज भारत की चुनौती से निपटने में सक्षम हैं।
 
उन्होंने कहा, ‘इससे पहले आईपीएल में मैंने अश्विन का सामना किया है लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उसके खिलाफ खेलने का अधिक अनुभव नहीं है। लेकिन हमारे पास ऐसे बल्लेबाज हैं जो स्पिन को अच्छी तरह खेल सकते हैं।’
 
हेड ने कहा, ‘देखिए ये सिर्फ एक स्पिनर की बात नहीं है। अगर हम छह दाएं हाथ के बल्लेबाजों के साथ खेलते हैं तो वे रविंद्र जडेजा को खिलाएंगे जो अच्छा गेंदबाज है। मुझे लगता है कि यह अच्छा मुकाबला होगा।’ 
 
हेड का मानना है कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज भारतीय कप्तान विराट कोहली पर दबाव बनाने में सफल रहेंगे, जो पहले भी दो बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा कर चुके हैं और इस दौरान एडिलेड में तीन शतक सहित कुल पांच शतक जड़ चुके हैं।
 
उन्होंने कहा, ‘मुझे उसे गेंदबाजी नहीं करनी इसलिए मुझे उसकी कमजोरी ढूंढने की जरूरत नहीं है। लेकिन मुझे लगता है कि स्थिति  हमारे गेंदबाजों के नियंत्रण में होगी।’
 
बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, ‘हमारे तीन तेज गेंदबाजों का सामना करना आसान नहीं है। आखिर वह भी इंसान है और अगर हम उस पर पर्याप्त दबाव बनाने में सफल रहे तो यह काम कर सकता है।’ हेड ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की टीम अपने शब्दों की जगह अपने काम में आक्रामकता लाने की कोशिश करेगी।
 
उन्होंने कहा, ‘मैंने काफी टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में बाउंड्री पर क्षेत्ररक्षण करते हुए यह आसान नहीं होता कि आप कुछ बोलें लेकिन मुझे यकीन है कि हम प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलने का प्रयास करेंगे और आक्रामक होने की कोशिश करेंगे। शब्द हल्के होते हैं। यह सब आपके काम में झलकना चाहिए।’

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