एडीलेड। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला से पहले भारत के कार्यवाहक कप्तान विराट कोहली ने कहा कि टीम सकारात्मक सोच के साथ आई है और मिशेल जॉनसन का सामना करने को पूरी तरह से तैयार है।
कोहली ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया एकादश के खिलाफ 2 दिवसीय अभ्यास मैच की पूर्व संध्या पर कहा कि मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया में खेलने के लिए हालात के अनुकूल ढलने से ज्यादा मानसिक तैयारी जरूरी है। तेजी और उछाल के अनुरूप आप खुद को ढाल सकते हैं लेकिन जब तक मानसिक रूप से तैयार न हों, किसी भी तरह की तैयारी बेकार है।
उन्होंने कहा कि टीम तेज गेंदबाज जॉनसन का सामना करने में पूरी तरह से सक्षम है तथा वह अच्छी गेंदबाजी कर रहा है, लेकिन हम इन तेज और उछालभरी पिचों पर उसे खेलने को तैयार हैं। हमारे अच्छा नहीं खेल पाने का कोई कारण नहीं है।
कोहली ने कहा कि यह मानसिकता की बात है। यदि आप मैच हालात को दिमाग में रखकर तैयारी करें तो बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। हमारे खिलाड़ी इसमें सक्षम हैं। यह मानसिक रूप से मौजूद रहने की बात है। महेंद्र सिंह धोनी की गैरमौजूदगी में पहले टेस्ट में कप्तानी कर रहे कोहली 2008 में अंडर-19 टीम को विश्व कप दिला चुके हैं।
उन्होंने कहा कि कप्तानी करने में वे हमेशा सहज महसूस करते आए हैं तथा मुझे कप्तानी करना पसंद है। मुझे आगे बढ़कर अगुवाई करने का शौक है और मैं इस चुनौती का सामना करने को तैयार हूं। जब तक टीम मेरे साथ है और जरूरत के मुताबिक प्रदर्शन करती है तो मैं बतौर कप्तान सफल रहूंगा।
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पीटर सिडल ने हाल ही में कहा था कि उन्हें हुड़दंगी दर्शक मिलेंगे और अतिरिक्त जिम्मेदारी उनके लिए चुनौतीपूर्ण होगी। इस पर कोहली ने कहा कि इसका आकलन मुझे करना है। मैं उनके खिलाफ खेल चुका हूं। वह काफी प्रतिस्पर्धी है और मुझे इसमें कोई हैरानी नहीं कि छींटाकशी शुरू हो गई है। मुझे इस पर कोई ऐतराज नहीं है।
भारत को 2011-12 सत्र में ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट श्रृंखला में 4-0 से हराया था जिसके पहले 5 दिन टीम ने मैच अभ्यास किया था। इस बार दौरा 4 दिन के अभ्यास के साथ शुरू होगा लेकिन कोहली ने कहा कि अभ्यास का जो भी मौका मिले, वे अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि 4 दिन काफी हैं। हमारे पास कोई विकल्प भी नहीं है। इन 4 दिनों का ही हमें पूरा फायदा उठाना है। (भाषा)