टेस्ट में भारत की सफलता पर कोहली ने कहा, शुरुआत 'दादा की टीम' से हुई

Webdunia
रविवार, 24 नवंबर 2019 (18:09 IST)
कोलकाता। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट में पारी और 46 रन से मैच जीतने के बाद कहा कि टीम में बदलाव सौरव गांगुली के दौर में आना शुरू हुआ था तथा मौजूदा टीम ने कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास से उसे आगे बढ़ाया है।
 
गुलाबी गेंद से देश में खेले गए पहले टेस्ट में जीत के साथ टीम ने इस श्रृंखला को 2-0 से अपने नाम किया। भारत ने इससे पहले इंदौर में श्रृंखला के शुरुआती मुकाबले को पारी और 130 रन से जीता था। यह भारत की घरेलू श्रृंखला में लगातार 12वीं जीत है, जिससे टीम ने आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के शीर्ष पर अपनी बढ़त और मजबूत कर ली है।
 
कोहली ने मैच के बाद कहा, टेस्ट क्रिकेट मानसिक युद्ध कि तरह है। हमें इसमें बने रहने के लिए जुझारू होना होगा। इसकी शुरुआत दादा (सौरव गांगुली) की टीम से हुई थी। खुद पर भरोसा सफलता की कुंजी है और ईमानदारी से कहूं तो हमने इस पर काफी मेहनत की है। भारतीय टीम के तेज गेंदबाज शानदार लय में है। जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और उमेश यादव की तिकड़ी ने दूसरे टेस्ट में सभी बल्लेबाजों को चलता किया।
कप्तान कोहली ने कहा कि घरेलू मैचों में तेज गेंदबाजों को इसलिए सफलता मिल रही क्योंकि उन्हें खुद पर भरोसा है कि वे किसी भी परिस्थिति में विकेट चटका सकते हैं। उन्होंने कहा, यह वैसा ही है जैसे जब हम विदेशों में खेलते है तो उन्हें अच्छा करने का भरोसा होता है। जिस तरह से ये गेंदबाजी कर रहे हैं, उससे वे कही भी विकेट निकाल सकते है। स्पिनरों के लिए भी यह ऐसा ही है। वे विदेशों में भी विकेट चटकाने के बारे में सोचते हैं। हम मौके का फायदा उठाने के लिए तैयार हैं और इसका लुत्फ उठा रहे हैं। 
 
मैच के दौरान तीनों दिन स्टेडियम लगभग पूरा भरा हुआ था और कोहली ने इसके लिए दर्शकों का शुक्रिया किया। उन्होंने कहा, यह शानदार है, संख्या बढ़ती गई। हमने सोचा नहीं था कि आज इतनी संख्या में लोग आएंगे क्योंकि हम जीत दर्ज करने के करीब थे। इन दर्शकों ने कमाल का उदाहरण पेश किया है। मैं फिर से दोहराना चाहता हूं कि टेस्ट मैचों के स्थलों को सीमित करने का यह शानदार उदाहरण है।
पहली पारी में 22 रन देकर 5 और दूसरी पारी में 56 रन देकर 4 विकेट लेकर 'मैन ऑफ द मैच' बने ईशांत शर्मा ने कहा कि गुलाबी गेंद से शुरुआत में उन्हें परेशानी हुई थी। श्रृंखला में 12 विकेट लेने वाले इस गेंदबाज ने कहा, पिछले मैच में हमने गेंद को आगे टप्पा खिलाना शुरू किया था। मैंने और मेरे गेंदबाजी कोच ने इस बारे में बात की थी। यह महज संयोग नहीं था। गुलाबी गेंद से गेंदबाजी करना थोड़ा मुश्किल है। 
 
ईशांत ने कहा कि शुरुआत में स्विंग नहीं मिल रहा थी और हमने परिस्थितियों से सांमजस्य बिठाया। इस बीच बांग्लादेश के कप्तान मोमिनुल हक ने कहा कि उनकी टीम को गलतियों से सीख लेने जरूरत है। उन्होंने कहा, जाहिर है दोनों टीमों में काफी अंतर है। इन दो मैचों से हमने काफी कुछ सीखा है। हम इसका आकलन करेंगे। गुलाबी गेंद, नई गेंद हमारे लिए चुनौतीपूर्ण रही।
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