इंदौर: भारत और न्यूजीलैंड के बीच इंदौर में मंगलवार को खेले गए एक दिवसीय मैच के गवाह बनने पहुंचे दो दृष्टिबाधितों को पुलिसकर्मियों ने पर्याप्त टिकटों के अभाव में उनके सहायकों के साथ प्रवेश करने से रोक दिया।
हालांकि, धाकड़ बल्लेबाज विराट कोहली के दीवाने दोनों दृष्टिबाधितों को उनके सहायकों के साथ प्रवेश की अनुमति मानवीय आधार पर कुछ देर बाद दे दी गई।
चश्मदीदों ने बताया कि भारत-न्यूजीलैंड मैच के दौरान आशीष चौहान और अभिषेक नामदेव अपने दो सहायकों के साथ होलकर स्टेडियम पहुंचे थे।
चौहान की बहन अंजलि ने "पीटीआई-भाषा" को बताया, "मेरे भाई ने बाकायदा मैच का टिकट खरीदा था, लेकिन स्टेडियम में मुझे उसके साथ जाने से यह कहते हुए रोक दिया गया कि एक टिकट पर एक व्यक्ति को ही प्रवेश मिलेगा।"
चश्मदीदों के मुताबिक, दोनों दृष्टिबाधितों के सहायकों ने मौके पर मौजूद पुलिस के आला अफसरों को अपनी परेशानी बताई जिसके बाद इन सभी को स्टेडियम में प्रवेश की अनुमति दे दी गई।
उप निरीक्षक सपना डोडिया ने बताया,"हमने स्टेडियम में प्रवेश में दोनों दृष्टिबाधितों और उनके सहायकों की मदद की क्योंकि हर प्रशंसक बड़ी खुशी से भारत का मैच देखने आता है।"
अपने जीवन में पहली बार किसी स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबले के गवाह बनने आए नामदेव ने बताया कि वह पूरी तरह से दृष्टिबाधित हैं और अब तक कमेंट्री सुनकर खेल का लुत्फ लेते आए हैं।
उन्होंने कहा,"मैं कोहली का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। जब वह शतक लगाते हैं या बढ़िया बल्लेबाजी करते हैं, तो मुझे इसकी कमेंट्री सुनना बेहद अच्छा लगता है।"
केवल पांच प्रतिशत देख पाने वाले आशीष चौहान भी कोहली के बड़े प्रशंसक हैं। उन्होंने कहा,"मुझे क्रिकेट का बचपन से शौक है और मैं अब तक कमेंट्री सुनकर मैच का मजा लेता आया हूं। मैं पहली बार स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मैच देखने आया हूं।"
हालांकि अंदर जाकर उनको लगभग निराशा हाथ लगी क्योंकि विराट कोहली अपनी पारी को अच्छी शुरुआत के बाद भी बड़ा नहीं बना सके। वह 3 चौके और 1 छक्के की मदद से 27 गेंदो में सिर्फ 36 रन ही बना पाए।