आत्महत्या का विचार आया, तलाक और धोखेबाजी पर चहल का बड़ा खुलासा

चहल ने कहा, मैंने कभी धोखा नहीं दिया, तलाक के बाद आत्महत्या के विचार भी आए थे

WD Sports Desk
शुक्रवार, 1 अगस्त 2025 (12:58 IST)
भारत के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने धनश्री वर्मा से तलाक के बाद मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के साथ अपने संघर्ष के बारे में खुल कर बात की है, जिसमें उन्होंने खुलासा किया है कि उन्होंने कभी किसी को धोखा नहीं दिया और जिंदगी के इस उथल-पुथल भरे दौर में उनके मन में आत्महत्या के विचार भी आए थे।

चहल ने राज शामानी पॉडकास्ट पर अपने निजी जीवन के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर बात की और कहा कि तलाक का फैसला अचानक नहीं लिया गया था, बल्कि कुछ समय से इस पर विचार किया जा रहा था।

उन्होंने कहा, ‘‘तलाक के बाद मुझे धोखेबाज़ कहा गया। लेकिन मैंने ज़िंदगी में कभी किसी को धोखा नहीं दिया। मैं बेहद वफ़ादार रहा हूं। शायद मैं दूसरों से ज्यादा वफादार हूं। अपने प्रियजनों के लिए मैंने हमेशा दिल से सोचा है।’’

इस 34 वर्षीय क्रिकेटर ने कहा कि तलाक के बाद वह भावनात्मक रूप से टूट चुके थे।चहल ने कहा, ‘‘मेरे मन में आत्महत्या के विचार आते थे। मैं अपनी ज़िंदगी से उब चुका था। मैं दिन में कई बार रोता था और बस दो घंटे सोता था। ऐसा 40 दिन से भी अधिक समय तक चला। मुझे घबराहट और अवसाद के दौरे पड़ते थे। सिर्फ़ मेरे करीबी लोग ही जानते थे कि मैं किस दौर से गुज़र रहा था।

चहल ने यह भी बताया कि उन्होंने क्रिकेट से ब्रेक लेने पर विचार किया था क्योंकि मानसिक तनाव के कारण वह ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहे थे।उन्होंने तलाक के फैसले पर पहुंचने के संबंध में कहा कि दोनों पक्षों की बढ़ती व्यावसायिक प्रतिबद्धताओं ने इसमें अहम भूमिका निभाई।

इस लेग स्पिनर ने उस बात का भी जिक्र किया जब उन्होंने अदालत में पेशी के दौरान ‘‘अपने शुगर डैडी स्वयं बनें‘‘ लिखी टी-शर्ट पहनी थी।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोई ड्रामा नहीं चाहता था, लेकिन दूसरी तरफ़ से कुछ हुआ। इसलिए मैंने टी-शर्ट के ज़रिए अपना संदेश दिया। मैंने किसी को गाली नहीं दी।’’चहल ने कहा कि चुनौतियों के बावजूद तलाक के मामले को परिपक्वता और पारस्परिक सहमति से निपटाया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘यदि दो लोगों के बीच कुछ होता है तो शांतिपूर्ण तरीके से उसका समाधान निकाला जा सकता है।’’
चहल वर्तमान में नॉर्थम्पटनशर के लिए काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं। (भाषा)<>

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख