सहवाग का तूफान वेस्टइंडीज को ले उड़ा

भारत ने चौथे वनडे के साथ सिरीज भी जीती

Webdunia
गुरुवार, 8 दिसंबर 2011 (23:00 IST)
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' मैन ऑफ द मैच' कप्तान वीरेन्द्र सहवाग के ऐतिहासिक दोहरे शतक (219 रन, 25 चौके 7 छक्के) के बाद गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के बूते पर भारत ने वेस्टंइडीज को न केवल चौथे वनडे मैच में 153 रनों से हरा दिया बल्कि पांच वनडे मैचों की सिरीज भी जीत ली। फिलहाल सिरीज में 3-1 की अग्रता पाने वाली टीम इंडिया के लिए अब चेन्नई में 11 दिसम्बर को खेला जाना वाला अंतिम वनडे मैच औपचारिकता भर रह गया है।

इंदौर का होलकर स्टेडियम एक बार फिर भारतीय टीम के लिए भाग्यशाली साबित हुआ और यहां खेले तीनों वनडे मैच को वह जीतने में सफल रहा। सहवाग ने सिरीज में लगातार चौथी बार सिक्का जीता और पहले बल्लेबाजी चुनी और सिरीज में पहली बार फार्म में लौटते हुए 149 गेंदों में 219 रन बनाकर सचिन तेंडुलकर के सर्वाधिक 200 रन के रेकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। भारत ने 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 418 रनों का पहाड़ खड़ा किया लेकिन वेस्टइंडीज की टीम 49.2 ओवर में 265 रनों पर ही धराशायी हो गई।

भारतीय गेंदबाजों ने सहवाग को निराश ‍नहीं किया। राहुल शर्मा ने कमाल की गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट लिए रवींद्र जडेजा ने 34 रन देकर 3 और राहुल शर्मा ने 44 रन देकर 3 विकेट लिए। टीम इंडिया को पिच क्यूरेटर समंदर सिंह का आभार मानना चाहिए जिन्होंने ऐसा विकेट तैयार किया जिस पर पहले बल्लेबाजों ने रनों की फसल काटी तो बाद में स्पिन गेंदबाजों ने अपना जादू दिखाया।

वेस्टइंडीज के लिए दिनेश रामदीन ही एकमात्र ऐसे बल्लेबाज रहे, जिन्होंने भारतीय गेंदबाजों का डटकर सामना किया और 96 रन बनाए। वैसे मैच के 'हीरो' तो सहवाग ही रहे, जिन्होंने होलकर स्टेडियम में जमा 27 हजार से ज्यादा दर्शकों को रनों की बरसात से पूरी तरह भिगोकर रख दिया। वीरू की साल भर से जिस विस्फोटकर पारी का इंतजार था, वह इंदौर में उनके बल्ले से निकली।

सहवाग को 10 लाख का पुरस्कार : पुरस्कार वितरण समारोह में वीरेन्द्र सहवाग को उनकी शानदार पारी के लिए मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से 10 लाख रूपए का पुरस्कार दिया गया। सहवाग ने दर्शकों का शुक्रिया अदा करने के साथ ही कहा कि युवा गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करके वेस्टइंडीज को दबाव में ला दिया था। सहवाग ने राहुल शर्मा की प्रशंसा की।

सहवाग ने सचिन को पीछे छोड़ा : आज सहवाग ने जैसे ही 201 रन बनाए, उन्होंने वनडे में सचिन तेंडुलकर (200 रन, ग्वालियर 2010) के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। सहवाग ने रनों की बरसात करते हुए अपनी पारी में 25 चौको और 7 छक्के उड़ाए। भारतीय कप्तान ने गौतम गंभीर के साथ पहले विकेट के लिए 176 और सुरेश रैना के साथ दूसरे विकेट के लिए 140 रन जोड़े।

ऐसे बने 400 रन : इंदौर के होलकर स्टेडियम पर खेले जा रहे इस मैच में भारतीय बल्लेबाजी का कैसा आलम रहा है, इसका अंदाज आप इसी से लगा सकते हैं कि भारत के पहले 100 रन 87 गेंदों में, दूसरे 100 रन 73 गेंदों में, तीसरे 100 रन 75 गेंदों में और चौथे 100 रन केवल 56 गेंदों में बने।

गेंदबाजों की चकाचक धुनाई : चौथे वनडे में वेस्टइंडीज का ऐसा कोई गेंदबाज नहीं रहा जिसकी सहवाग ने चकाचक धुनाई न की हो। केमार रोच ने 10 ओवर में 88 रन लुटाए। रामपाल ने 9 ओवर में 66, रसेल ने 7 ओवर में 63, पोलार्ड ने 7 ओवर में 65, सैम्युअल ने 8 ओवर में 59, सुनील नारायण ने 6 ओवर में 46 और सैमी ने 3 ओवर में 30 रन दिए।

किसने कितने रन बनाए : भारत ने 5 विकेट गौतम गंभीर 67, सुरेश रैना 55, रविंदर जडेजा 10, सहवाग 219 और रोहित शर्मा 27 रन के रुप खोए। विराट कोहली 23 और पार्थिव पटेल 3 रन बनाकर नाबाद रहे।

वीरेन्द्र सहवाग की प्रतिक्रिया : पारी खत्म होने के बाद सहवाग ने रवि शास्त्री से बातचीत करते हुए कहा कि विकेट शानदार था और 33 साल की उम्र में मेरे लिए इंदौर में दोहरा शतक जमाया एक यादगार अनुभव रहेगा। मैं पिछले तीन मैचों में बुरी तरह फ्लॉप रहा था और यहां पर मैंने अपना धैर्य नहीं खोया। यही कारण है कि हम एक बड़ा स्कोर खड़ा करने में कायमाब हुए।

मध्यप्रदेश डबल सेंचुरी की जमीन : वीरेन्द्र सहवाग के दोहरे शतक (219) पर पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने तत्काल अपनी प्रतिक्रिया ये दी कि मध्यप्रदेश की जमीन खास है और यह 200 रन के लिए मशहूर हो रही है। सचिन ने ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2010 में वनडे इतिहास का पहला दोहरा शतक जमाया था और 8 दिसम्बर के दिन इंदौर में सहवाग दोहरा शतक लगाने में कामयाब हुए। मांजरेकर ने मप्र सरकार के पर्यटन विभाग को सुझाव दिया है कि वह दोहरे शतक की जमीन वाले प्रदेश के रूप में इसे प्रचारित करे।

सहवाग ने किया आराम, मैदान पर कप्तान हैं गंभीर : 33 साल की उम्र में साल भर बाद 219 रनों की ऐतिहासिक पारी खेलने वाले सहवाग पर थकान हावी हो गई और यही कारण है कि वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी के वक्त वे मैदान पर क्षेत्ररक्षण करने नहीं आए। उनकी जगह मनोज तिवारी क्षेत्ररक्षण कर रहे थे जबकि कप्तानी का दायित्व गौतम गंभीर निभाया।

इससे पहले सहवाग और गौतम गंभीर ने तूफानी शुरुआत दी। सिरीज में अब तक नाकाम रही इस सलामी जोड़ी ने पहले 15 ओवरों में ही भारत का स्कोर 100 रनों के पार पहुंचा दिया।

वीरेंद्र सहवाग आज कुछ खास अंदाज में मैदान में उतरे और बतौर कप्तान वनडे क्रिकेट में अपना पहला शतक जमाया। इसके लिए उन्होंने 70 गेंदों का सामना किया और 10 चौके और पांच छक्के लगाए। दूसरे छोर पर गंभीर भी रंग में थे, लेकिन 67 रनों के निजी योग पर वे रन आउट हो गए। सहवाग-गंभीर ने 22.5 ओवरों में 176 रन जोड़े।

सहवाग और गंभीर ने चौकों-छक्कों की झड़ी लगा दी। सहवाग कुछ ज्यादा ही आक्रामक रहे। उन्होंने मैदान के चारों तरफ गेंदबाजों को धुना। इस मैच से पहले सहवाग फॉर्म में नहीं थे, लेकिन इस मैच में उन्होंने अपने फैन्स के सारे गिले-शिकवे दूर कर दिए।

इस मैच के लिऐ भारतीय टीम में एक परिवर्तन किया गया था। उमेश यादव के स्थान पर स्पिन गेंदबाज राहुल शर्मा को टीम में जगह दी गई, जबकि लंबे समय बाद टीम में वापसी करने वाले इरफान पठान को अंतिम ग्यारह में शामिल नहीं किया गया था। राहुल ने अपनी उपयोगिता भी साबित कर दी। (वेबदुनिया न्यूज)

तस्वीरों के आइने में चौथा वनडे मैच

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