क्यों कहते हैं, जानवरों की तरह मत चीखो?

Webdunia
शनिवार, 14 अप्रैल 2018 (12:02 IST)
दुनिया में सबसे ज्यादा शोर इंसान या उसकी गतिविधियों से पैदा होता है तो भी हम अक्सर कहते हैं जानवरों की तरह चिल्लाओ मत। इन तस्वीरों को देखिए कारण पता चल जाएगा।
 
वैक्यूम क्लीनर
कोस्टा रिका का यह मेंढक कोकी कहलता है। शोर करने की अपनी प्रवृत्ति के कारण यह अपने वर्ग में विख्यात है। चार सेंटीमीटर से भी कम लंबाई का यह प्राणी 70 डेसिबल या उससे भी ज्यादा आवाज करता है। संगीत के लिहाज से देखें तो यह तेज संगीत की श्रेणी में आएगा जिसे लंबे समय तक सुनने से कान की बीमारी हो सकती है।
 
सबवे की तरह
तेज आवाज करने वाले जीवों की कतार में यह कीट दूसरे नंबर पर है। अपने साथी को लुभाने की लिए मादा कीट अपने गुप्तांग को पेट पर रगड़ती है और उससे 100 डेसिबल की तीव्र आवाज निकलती है। इसकी तीव्रता सबवे यानी अंडरग्राउंड ट्रेन की होती है, जो पानी के अंदर भी सुनी जा सकती है।
 
बादलों की गरज
हाथी से पांच मीटर की दूरी पर रहना ही कानों के लिए सुरक्षित है। इस विशालकाय जीव की चिंघाड़ बहुत दूर से सुनी जा सकती है और अक्सर यह 103 डेसिबल के पार चली जाती है। इतनी तेज आवाज का मतलब उन बादलों की गरज से थोड़ा ही कम है जिन्हें आप बारिश के दिनों में सुनते हैं।
 
ढोल
अफ्रीकी किकाडा अब तक जितने कीड़ों को हम जानते हैं उनमें सबसे ज्यादा शोर करता है। यह कीड़ा 106.7 डेसिबल से ज्यादा जोर की आवाज में गाने गाता है। इंसान की आवाज से अगर तुलना करें तो हम ज्यादा से ज्यादा 60 डेसिबल की ध्वनि में बोल सकते हैं।
 
आरा मशीन
शेर की आवाज ना सिर्फ डरावनी होती है बल्कि बहुत तेज भी होती है। ये मांसाहारी जीव कई बार मानवभक्षी भी बन जाते हैं। जंगाल के राजा के आवाज की तीव्रता करीब 110 डेसिबल होती है यानी लकड़ी के बड़े बड़े टुकड़े काटने वाले आरा मशीन जितनी। शायद दरबारियों और प्रजा पर रोब दिखाने में इसका भी इस्तेमाल होता होगा।
 
जैकहैमर से ज्यादा शोर
ये हाउलर बंदर कम से कम छिपने की कोशिश नहीं करते। ये 128 डेसिबल यानी एंबुलेंस की सायरन या जैकहैमर (कंक्रीट या सड़क तोड़ने वाली मशीन) जितनी आवाज करते हैं। लेकिन यह इतना शोर करते क्यों हैं? दरअसल ये दुनिया को अपनी आवाज सुनाना चाहते हैं और कई मीलों तक इसे पहुंचाने में सफल भी होते हैं।
 
कारों की रेसिंग
काकापो दुनिया में सबसे ज्यादा शोर करने वाला पंछी है। शायद उसे यह करना पड़ता है क्योंकि वह तोते की तरह उड़ान नहीं भर सकता और उसे भी अपनी रक्षा करनी होती है। 132 डेसिबल की आवज कर यह मादा को अपने पास बुलाता है। इतनी आवाज कार रेसिंग के दौरान होती है।
 
रॉकेट लॉन्च
पनामा के आकाश में अगर रॉकेट लॉन्च की आवाज सुनाई दे तो यह इस बड़े चमगादड़ के मुंह से भी निकली हो सकती है। इस चमगादड़ को 140 डेसिबल की आवाज करते पकड़ा गया है। शुक्र है कि आवाज की फ्रिक्वेंसी 55 किलो हर्ट्ज से ज्यादा थी इसलिए इंसान के कान इसे नहीं सुन सकते। अगर सुन पाते तो उनके खराब हो जाते।
 
सैटर्न वी रॉकेट
यह छोटा सा जीव दुनिया में बहुत जोर की आवाज उत्पन्न करता है हालांकि यह आवाज ज्यादा देर तक टिकती नहीं। 200 डेसिबल की आवाज धमाके जैसी होती है लेकिन पानी के अंदर होने के कारण यह हल्की हो जाती है। हवा में गूंजने वाली आवाज से अगर इसकी तुलना करनी हो तो 60 डेसिबल कम करना होगा। फिर भी कड़े खोल वाला यह जीव कम से कम शांत तो नहीं है।
 
सैद्धांतिक रूप से भूकंप
तो यह है दुनिया में सबसे ज्यादा शोर करने वाला जीव यानी स्पर्म व्हेल। इस विशाल समुद्री जीव की लंबाई 20 मीटर तक और वजन 50 टन तक हो सकता है लेकिन इसके साथ ही इनकी आवाज भी दमदार है। पानी के भीतर इनकी आवाज करीब 230 डेसिबल तक होती है।

सम्बंधित जानकारी

मेघालय में जल संकट से निपटने में होगा एआई का इस्तेमाल

भारत: क्या है परिसीमन जिसे लेकर हो रहा है विवाद

जर्मनी: हर 2 दिन में पार्टनर के हाथों मरती है एक महिला

ज्यादा बच्चे क्यों पैदा करवाना चाहते हैं भारत के ये राज्य?

बिहार के सरकारी स्कूलों में अब होगी बच्चों की डिजिटल हाजिरी

कांग्रेस मुख्यालय : वरिष्ठ नेताओं के कमरे वीरान, झारखंड की खुशी भी फीकी पड़ी

By election results 2024: यूपी उपचुनाव में भाजपा को भारी बढ़त, बंगाल में TMC का जलवा

कैलाश विजयवर्गीय बोले- देवेंद्र फडणवीस बनें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री

अगला लेख