जान लेने वाले ड्रोन, जान बचा भी सकते हैं

Webdunia
शुक्रवार, 19 जनवरी 2018 (11:47 IST)
बम फेंकने वाले ड्रोन इंसान की जान भी बचा सकते हैं। वो भी ऐसे हालात में जब मौत बहुत ही करीब हो। ऑस्ट्रेलिया में पहली बार ऐसा किया गया है।
 
न्यू साउथ वेल्स प्रांत के लेनॉक्स हेड तट पर दो युवक समुद्र में तैर रहे थे। तभी 10 फुट ऊंची लहर आई। दोनों लहर में फंस गए। दोनों के नाक और मुंह में पानी भर गया। लहर ने उनके शरीर को इधर उधर पटक दिया। तैराक जान बचाने के लिए छटपटाने लगे। तभी तट पर मौजूद बाकी लोगों की नजर डूबते युवकों पर पड़ी, उन्होंने इमरजेंसी अलार्म बजा दिया। और फिर आकाश में उड़ता एक ड्रोन डूबते युवकों के पास पहुंचा। सही जगह पहुंचते ही ड्रोन ने लाइफ जैकेट फेंकी और जान बच गई।
 
तट पर मौजूद लाइफगार्ड सुपरवाइजर जय शेरीडैन के पास ड्रोन का रिमोट था। शैरीडैन के मुताबिक, "मैं ड्रोन को उड़ाकर लोकेशन तक पहुंचाने में कामयाब रहा। एक या दो मिनट के भीतर ही मैंने पॉड गिरा दिया। आम तौर पर ऐसी परिस्थितियों में चार लाइफगार्ड तैरते हुए वहां तक जाते और सही जगह तक पहुंचने में उन्हें कुछ मिनट ज्यादा लगते।"
 
ऑस्ट्रेलिया में जान बचाने के लिए ड्रोन के इस्तेमाल का यह पहला मामला है। चारों तरफ से महासागर से घिरे देश में ड्रोन तटों पर राहत और बचाव का काम बखूबी कर सकते हैं। ड्रोन के जरिए डूबते लोगों तक तेजी से पहुंचा जा सकता है। उन तक लाइफ जैकेट, रबर का छल्ला या सर्फ बोर्ड पहुंचाया जा सकता है। पानी में शार्क जैसी जानलेवा मछलियों का पता भी ड्रोन काफी बेहतर तरीके से लगा सकते हैं।
 
ऑस्ट्रेलिया में ड्रोन के कैमरों के लिए खास प्रोग्रामिंग की गई है। प्रोग्रामिंग की मदद से ड्रोन 90 फीसदी सटीकता के साथ शार्क जैसे जीवों को पहचान लेता है। पानी में शार्क का पता लगाने के मामले में इंसानी आंख की सफलता 16 फीसदी है।
 
ओएसजे/एमजे (एएफपी)

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरूर पढ़ें

भारत और पाकिस्तान के बीच नदी परियोजनाओं पर क्या है विवाद

10 बिन्दुओं में समझिए आपातकाल की पूरी कहानी

अलविदा रणथंभौर की रानी 'एरोहेड', बाघिन जिसके जाने से हुआ जंगल की एक सदी का अंत

मेघालय ने पर्यटकों की सुरक्षा के लिए बनाई कार्य योजना

ईरान की सैन्य क्षमता से अब दुनिया में दहशत

सभी देखें

समाचार

Supreme Court ने प्रोफेसर महमूदाबाद के खिलाफ मामले में SIT जांच की दिशा पर उठाए सवाल

उत्‍तर प्रदेश से लेकर हरिद्वार तक हिंसा की ये कौनसी छवि पेश कर रहे शिवभक्‍त कावड़िए?

इराक के एक और तेल क्षेत्र पर ड्रोन हमला

अगला लेख