इसराइल लंबे वक्त से दावा करता रहा है कि सुर बहेर क्षेत्र की कई इमारतें फिलिस्तीनी क्षेत्र और इसराइल को बांटने वाली दीवार के बेहद करीब है. यूरोपीय संघ ने इसराइल के इस कदम की निंदा की है।
अंतरराष्ट्रीय विरोध और आलोचना के बावजूद, इसराइल ने येरुशलम के बाहरी इलाकों में फिलिस्तीनियों के गांवों को तहस-नहस करना शुरू कर दिया है। बुलडोजर और सैकड़ों सैनिकों ने लोगों को जबरन बाहर निकालने के बाद सुर बहेर क्षेत्र में इमारतों को गिराया। सुर बहेर का शहर वेस्ट बैंक तक फैला हुआ है।
इसराइल लंबे वक्त से दावा करता रहा है कि शहर की कई इमारतें फिलिस्तीनी क्षेत्र और इसराइल को बांटने वाली दीवार के बेहद करीब है। दूसरी ओर, यहां के रहने वालों का कहना है कि ये इमारतें वेस्ट बैंक की जमीन पर बनी हैं और फलस्तीनी प्रशासन ने इन्हें बनाने के लिए परमिट दिए थे। इसराइल की सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा कि इस इलाके में हुए निर्माण कार्य ने वाकई में निर्माण प्रतिबंधों का उल्लघंन किया है। आदेश को अमल में लाते हुए बुलडोजरों ने रिहायशी इलाके में तोड़-फोड़ का काम शुरू कर दिया।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, गिराई गई इमारतों में रहने वाले 20 लोगों को अब तक विस्थापित किया जा चुका है वहीं 350 प्रॉपर्टी मालिक इससे प्रभावित हुए हैं। फलस्तीन प्रशासन में सिविल अफेयर डिपार्टमेंट के प्रमुख हुसैन अल-शेख ने इसराइल की ओर से उठाए गए कदम को अपराध करार देते हुए अंतरराष्ट्रीय दखल की मांग की है।
इसराइल ने पूर्वी येरुशलम और वेस्ट बैंक के हिस्सों पर साल 1967 के युद्ध में कब्जा जमा लिया था। हालांकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय दोनों ही हिस्सों को अधिकृत क्षेत्र मानता है। वहीं वेस्ट बैंक में लाखों फलस्तीनी रहते हैं। फिलिस्तीनी वेस्ट बैंक, पूर्वी येरुशलम और गाजा पट्टी को मिलाकर एक देश बनाना चाहते हैं।
साल 2000 में इसराइल ने कहा कि फिलिस्तीनियों आत्मघाती हमलावरों को वेस्ट बैंक के जरिए इसराइल तक पहुंचने से रोकने के लिए उसे विभाजन की दीवार खड़ी करनी होगी। हालांकि फलस्तीनी इसे अवैध तरीके से जमीन हड़पना कहते हैं क्योंकि कई जगह इससे वेस्ट बैंक के हिस्से लगते हैं।
सुर बहेर ऐसा ही एक क्षेत्र है। अदालत में पेश दस्तावेज के मुताबिक गांवों को विभाजित होने और किसी भी परेशानी से बचने के लिए, स्थानीय लोगों से समझौतों के बाद इसराइल ने वेस्ट बैंक के अंदर निर्माण कार्य किया। हालांकि यहां के स्थानीय लोग इसे गलत बताते हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक पूर्वी येरुशलम में इसराइल से निर्माण परमिट लेना असंभव है। उन्होंने कहा कि फलस्तीनी प्राधिकरण से अनुमति के बाद वेस्ट बैंक के आसपास के गांव में निमार्ण कार्य शुरू हुआ।
इसके पहले इसराइली सेना भी निर्माण कार्य को रोकने का आदेश दे चुकी है। सेना का कहना था कि वह विभाजन क्षेत्र के पास ऊंची इमारतों को बनाए जाने की अनुमति नहीं देगी। यूरोपीय संघ ने इस तरह इमारतों को ध्वस्त करने की निंदा की है। यूरोपीय संघ का कहना है कि इस तरह के कदम, "दो-राज्य समाधान की व्यावहारिकता और स्थायी शांति की संभावनाओं को कम करता है।"