'लव जिहाद' को लेकर आदमी को जिंदा जलाया, आरोपी गिरफ्तार

Webdunia
शुक्रवार, 8 दिसंबर 2017 (11:36 IST)
राजस्थान के राजसमंद जिले में एक व्यक्ति को कथित तौर पर लव जिहाद का आरोप लगा कर जिंदा जलाते दिखाया गया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले में आरोपी शंभूनाथ रायगर को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया।
 
जलाकर मारे गए व्यक्ति की पहचान पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के तेजपुर निवासी अफराजुल के रूप में हुई है। इससे पहले पुलिस ने उसकी पहचान मोहम्मद भट्टा शेख के रूप में की थी। राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) से कराने का आदेश दिया है।
 
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने कहा कि आरोपी से पूछताछ जारी है और पुलिस कानून व व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखे हुए है। रायगर ने अपने नृशंस कृत्य का वीडियो भी बनाया और इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया है।
 
वीडियो में रायगर को अफराजुल को कृषि उपकरण से मारते और उसके बाद उस पर केरोसिन डालकर उसे जिंदा जलाते देखा जा सकता है। वह वीडियो में यह कहते देखा जा रहा है कि 'लव जिहाद' में शामिल लोगों का यही अंजाम होगा। आश्चर्यजनक तौर पर एक दूसरे वीडियो में रायगर अपने कार्य को सही ठहराते दिख रहा है। वह वीडियो में दावा कर रहा है कि इस 'कार्य को लड़की को लव जिहाद से बचाने के लिए अंजाम दिया।'
 
एसपी मनोज कुमार ने आईएएनएस से कहा कि पुलिस को राजसमंद जिले के राजनगर में एक अधजले शव के पड़े होने की सूचना मिली थी। इसके बाद वह एएसपी मनीष त्रिपाठी व डीएसपी राजेंद्र सिंह के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, जहां उन्हें विकृत अवस्था में शव मिला।
 
इसके फौरन बाद फोरेंसिक साइंटिफिक लैब (एफएसएल) टीम व श्वान दस्ते को बुलाया गया। हत्या में इस्तेमाल वस्तु, शेख की बाइक व चप्पलें घटना स्थल पर मिली हैं।
 
- आईएएनएस

सम्बंधित जानकारी

Show comments

अभिजीत गंगोपाध्याय के राजनीति में उतरने पर क्यों छिड़ी बहस

दुनिया में हर आठवां इंसान मोटापे की चपेट में

कुशल कामगारों के लिए जर्मनी आना हुआ और आसान

पुतिन ने पश्चिमी देशों को दी परमाणु युद्ध की चेतावनी

जब सर्वशक्तिमान स्टालिन तिल-तिल कर मरा

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

अगला लेख