फाइजर और जर्मन कंपनी की वैक्सीन 90 फीसदी असरदार

DW
गुरुवार, 12 नवंबर 2020 (08:22 IST)
जर्मन कंपनी बायोनटेक और अमेरिकी कंपनी फाइजर कोरोनावायरस की वैक्सीन पर संयुक्त रूप से काम कर रही है और कंपनी के मुताबिक उसकी वैक्सीन 90 फीसदी से ज्यादा असरदार साबित हुई है। यह दावा तीसरे चरण के ट्रॉयल के बाद किया गया है।
 
अमेरिका की दिग्गज दवा कंपनी फाइजर ने कहा है कि उसके टीके के विश्लेषण से पता चला है कि यह कोविड-19 को रोकने में 90 प्रतिशत तक प्रभावी हो सकता है। इससे संकेत मिलता है कि टीके को लेकर कंपनी का परीक्षण सही चल रहा है और वह अमेरिकी नियामक के पास इस संबंध में एक आवेदन दाखिल कर सकती है। फाइजर जर्मन कंपनी बायोनटेक के साथ मिलकर इस पर संयुक्त रूप से काम कर रही है।
 
फाइजर और बायोनटेक ने इस वैक्सीन के क्लिनिकल परीक्षण को लेकर बड़े पैमाने पर डाटा जारी किया है। फाइजर ने कहा है कि उसका कोविड-19 को रोकने के लिए प्रयोग वाला टीका 90 फीसदी से अधिक असरदार साबित हुआ। कंपनी के इस दावे को कोरोना के खिलाफ जंग में जीत के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि इस महामारी के कारण 10 लाख लोगों की मौत हो चुकी, वैश्विक अर्थव्यवस्था का हाल बुरा है और आम लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है।
 
दोनों कंपनियों का कहना है कि उन्हें अब तक कोई गंभीर सुरक्षा मुद्दा दिखाई नहीं देता है और वे टीके के आपातकालीन उपयोग के लिए इस महीने अमेरिकी प्राधिकरण से इजाजत मांगेंगे। इस टीके का अमेरिका और दूसरे देशों में करीब 44,000 लोगों पर परीक्षण किया जा रहा है।
 
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा कि फाइजर के परिणाम वर्तमान में विकसित किए जा रहे सभी कोविड-19 टीकों के लिए सकारात्मक हैं, क्योंकि वे दिखाते हैं कि टीका सही लक्ष्य पर निशाना साध रहा है और यह साबित हो रहा है कि टीकाकरण से बीमारी को रोका जा सकता है।
 
फाइजर के चेयरमैन और सीईओ डॉ. अल्बर्ट बाउरला ने कहा कि आज का दिन मानवता और विज्ञान के लिए बहुत अहम है। हमारी कोविड-19 वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रॉयल में सामने आए नतीजों का पहला समूह हमारी वैक्सीन की कोविड-19 वायरस को रोकने की क्षमता को लेकर प्रारंभिक सबूत दर्शाता है। उन्होंने आगे कहा कि हम अपने टीका विकास कार्यक्रम में इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर तक पहुंच रहे हैं, जब दुनिया संक्रमण दर के साथ नए रिकॉर्ड बनता देख रही है, अस्पतालों में क्षमता से अधिक मरीज आ रहे हैं और अर्थव्यवस्थाओं को खोलने की जरूरत महसूस हो रही है।
 
अगर फाइजर का टीका अधिकृत हो जाता है तो शुरुआत में खुराक की संख्या सीमित होगी और कई सवाल भी बने रहेंगे, जैसे कि यह टीका कोविड-19 के खिलाफ कब तक सुरक्षा प्रदान करेगा?
 
बायोनटेक के मुख्य कार्यकारी उगुर साहिन ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि वे आशावादी हैं कि टीकाकरण का प्रभाव सालभर तक रहेगा लेकिन यह अभी तक निश्चित नहीं है। इस बीच कंपनी इस महीने वैक्सीन की 2 खुराक के लिए फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से आपातकालीन मंजूरी लेने की योजना बना रही है। इसके लिए नवंबर के तीसरे सप्ताह में आवेदन किया जा सकता है। वहीं अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बिडेन ने फाइजर को इस सफलता पर बधाई दी है।
 
एए/सीके (एएफपी, एपी, रॉयटर्स)

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरूर पढ़ें

मेघालय में जल संकट से निपटने में होगा एआई का इस्तेमाल

भारत: क्या है परिसीमन जिसे लेकर हो रहा है विवाद

जर्मनी: हर 2 दिन में पार्टनर के हाथों मरती है एक महिला

ज्यादा बच्चे क्यों पैदा करवाना चाहते हैं भारत के ये राज्य?

बिहार के सरकारी स्कूलों में अब होगी बच्चों की डिजिटल हाजिरी

सभी देखें

समाचार

संभल में 100 से ज्यादा उपद्रवियों के पोस्टर जारी, इंटरनेट अभी भी बंद

Chhattisgarh : मुख्यमंत्री साय की अध्यक्षता में हुई बैठक, कैबिनेट ने लिए कई महत्वपूर्ण फैसले

अजमेर शरीफ दरगाह को शिव मंदिर बताने वाली याचिका कोर्ट ने मंजूर की, 20 दिसंबर को अगली सुनवाई

अगला लेख