फ्रांस में गुरुवार सुबह हमले में क्या हुआ?

DW
शुक्रवार, 30 अक्टूबर 2020 (21:37 IST)
फ्रांस में नीस शहर के नोत्रे दाम चर्च में घुसकर एक हमलावर ने 3 लोगों की हत्या कर दी है। राष्ट्रपति इमानुएल मेक्रो ने इसे इस्लामी कट्टरपंथी हमला कहा है। नीस में क्या हुआ है यहां पढ़िए।
 
गुरुवार को फ्रांस के नीस शहर में नोत्रे दाम चर्च के सेक्सटन ने जब दरवाजा खोला तो चाकू लिए एक शख्स अंदर आया और उसने सेक्स्टन का गला रेत दिया। उसके बाद एक बुजुर्ग महिला का सिर लगभग काट दिया और तीसरी महिला को बुरी तरह घायल कर दिया।सेक्सटन और बुजुर्ग महिला की तत्काल मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीसरी महिला किसी तरह चर्च के पास के कैफे तक जाने में सफल रही। हालांकि वहां पहुंचने के बाद उसने भी दम तोड़ दिया।

मौके पर मौजूद नीस के मेयर क्रिश्टियान एस्त्रोसी ने यह जानकारी दी। पीड़ितों के नाम अभी नहीं बताए गए हैं। सेक्सटन चर्च की देखभाल करने के लिए जरूरी स्टाफ के सदस्य होते हैं। मारे गए सेक्सटन की उम्र 45 से 55 साल के बीच थी और बाद में पता चला कि उनके दो बच्चे हैं।
 
नीस के चर्च में हमले को फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रो ने 'इस्लामी कट्टरपंथी आतंकी हमला' बताया है। कैथोलिक चर्च में हमले में 3 लोगों की मौत के बाद अपने कुछ मंत्रियों के साथ दक्षिण फ्रांसीसी शहर नीस पहुंचे 42 वर्षीय राष्ट्रपति ने कहा कि आतंकवादियों ने फ्रांस पर हमला किया है।

उन्होंने कहा कि मुस्लिम देशों के साथ विवाद में फ्रांस अपने मूल्यों से पीछे नहीं हटेगा। नीस के अलावा सऊदी अरब में फ्रांस के एक कंसुलेट पर भी हमला हुआ है। हमलावर ने जेद्दा में छूरे से एक गार्ड को घायल कर दिया। राष्ट्रपति माक्रों ने चर्चों और स्कूलों की सुरक्षा बढ़ाने की घोषणा की। पहले से ही चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियान सेंटिनेल में भाग ले रहे सैनिकों की संख्या 3000 से बढ़ाकर 7,000 की जा रही है।  
चर्च के भीतर शुरू में क्या हुआ यह अब तक बहुत साफ नहीं है। हालांकि चश्मदीदों के बयान, मोबाइल फोन के फुटेज और अधिकारियों के बयान से एक अस्पष्ट-सी तस्वीर बन रही है कि हमला खत्म कैसे हुआ। हमले के दौरान ही चर्च के भीतर से कोई शख्स भागता हुआ बगल की बेकरी तक पहुंचा और वहां के स्टाफ से पुलिस बुलाने को कहा।

बेकरी के एक स्टाफ ने फ्रेंच टीवी बीएफएमटीवी से कहा कि पहले मुझे लगा कि यह मजाक था, मुझे यकीन ही नहीं हुआ। इस शख्स ने अपना नाम डेविड बताया। हालांकि जब उस शख्स ने पुलिस को बुलाने पर जोर दिया तो डेविड ने बताया कि वह भागता हुआ पास के कोने पर पहुंचा जहां चर्च के बाहर अधिकारियों ने एक इंटरकॉम लगाया है। यह इंटरकॉम सीधा म्युनिसिपल पुलिस से जुड़ा है। 
 
डेविड के मुताबिक उसने बटन दबाकर पुलिस को बुलाया। मेयर ने बताया कि इस तरह से पुलिस को इस घटना की पहली जानकारी मिली। डेविड के मुताबिक पुलिस मौके पर 30 सेकेंड के भीतर पहुंच गई जबकि वो खुद बेकरी के अंदर चला गया और खिड़कियों के पर्दे खींच दिए। पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर पुलिस वहां पहुंच चुकी थी। यानी घटना के ठीक 10 मिनट बाद।
 
 
खून और अफरातफरी
 
पुलिस ऑफिसर्स यूनियन के डिडिये ओलिविये रेवर्डी ने बताया कि हमले के दौरान ही चाकू वाला शख्स चर्च के बाहर आया। रेवर्डी ने कहा चर्च के इर्द गिर्द, कॉनकॉर्स के पास जब हमलावर बाहर आया तो अफरा-तफरी मच गई, वहां पर खून भी देखा जा सकता था।

चर्च के बगल में मौजूद वकीलों के दफ्तर में काम करने वाली अनायस कोलोम्ना तब दफ्तर में फोन पर थी। वह फोन पर बात कर रही थी लेकिन तभी गोलियों की आवाज से उनकी बातचीत में बाधा आई।  उन्होंने बताया कि जब मैंने घूमकर देखा तो मुझे वे (पुलिस) किसी पर गोली चलाते दिखे जो चर्च से दूर जा रहा था। थोड़ी देर बाद वो आदमी जिस पर पुलिस फायरिंग कर रही थी दिखना बंद हो गया।
 
इसके बाद क्या हुआ यह अभी साफ नहीं है लेकिन ऐसा लग रहा है कि हमलावर चर्च के भीतर वापस चला गया। समाचार एजेंसी रॉयटर्स को मिले फुटेज में बंदूकधारी पुलिसकर्मियों को देखा जा सकता है। पुलिस चर्च के बगल वाले गेट के भीतर है और अंदर देखती नजर आ रही है। गोलियों की आवाज साफ है लेकिन यह साफ नहीं दिख रहा कि वो किस पर गोली चला रहे हैं। यह वीडियो चर्च के सामने की सड़क पर मौजूद किसी इमारत की बालकनी से शूट किया गया है।
 
मेयर ने बताया कि जब पुलिस वाले हमलावर को पकड़ रहे थे तो,"वह लगातार अल्लाहू अकबर" चिल्ला रहा था। पुलिस ने जब उसे घायल किया और उसे गोली मारी तब भी वह यह नारा लगाता रहा।
 
इसी बालकनी से शूट किए एक दूसरे वीडियो में काले बालों वाले इंसान को स्ट्रेचर पर रख कर एंबुलेंस में ले जाया जाता देखा जा सकता है। एंबुलेंस चर्च के बगलवाले दरवाजे पर खड़ी थी। हाथों में बंदूक लिए पुलिस वाले उस शख्स को घेरे खड़े थे और वह गतिहीन पड़ा था। एक चश्मदीद ने बताया कि स्ट्रेचर पर पड़े शख्श ने ही चाकू से हमला किया था। चर्च के बाहर घटना के थोड़ी देर बाद ही लोग पहुंच गए थे जो यह जानने के लिए बेचैन थे कि यहां क्या हुआ है। एक महिला ने रोते हुए कहा कि "हमें टीवी देखकर पता चला कि सेक्सटन को मार दिया गया है।"
एनआर/एमजे(रॉयटर्स)

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