हामिदरेजा हाशेमी गाइड हैं। वह बताते हैं, 'ईरानी खुशमिजाज लोग है और बड़े ग्रुपों में उन्हें अच्छा लगता है। पार्टी करना भी। प्रकृति में जाना भी उन्हें पसंद है। चलते फिरते डिस्कोथेक खूब पसंद किए जाते हैं क्योंकि इसमें संगीत, डांस, बढ़िया माहौल और प्रकृति में घूमना सब शामिल होता है।'
परिवार में ही : 26 साल की याल्दा छात्रा हैं। वह कई बार इस तरह के टूर पर गई हैं और इनसे खूब प्रभावित हैं। एक बार वह डबल डेकर बस में भी गईं। वह बताती हैं, 'यादगार सफर था। पूरे समय हम लोगों ने खूब मस्ती की, डबल डेकर मस्ती। इस तरह के टूर पर आप ऊर्जा से भर जाते हैं और कुछ दिन तक यह ऊर्जा आप को आगे बढ़ाती रहती है।'
बस की खिड़कियों को ढंक दिया गया था ताकि पुलिस को किसी तरह की शंका न हो। पार्टी शुरू होने पर सीटों और बीच की जगह में डांस लिया जाता है, हाशेमी कहते हैं, 'लोग इससे रोज के तनाव को भूल जाते हैं। वह बस की इस यात्रा को एक टूर की तरह लेते हैं जहां वे बिना किसी नियम कानून के बस मजे उठा सकें। कई लोग कहते हैं कि वह रोज की दुनिया में तब लौटते हैं जब बस से उतरते हैं।'
मोरल पुलिस का कंट्रोल : बस टूर आयोजक हमेशा यात्रियों के पार्टी मूड से खुश नहीं रहते। क्योंकि कंपनी को अपने गाइडों के बारे में अक्सर मोरल पुलिस को जवाब देना पड़ता है।
एक टूर एजेंसी के मालिक अली अलीपोर कहते हैं, 'कई बार हमें यात्रियों के कपड़ों के बारे में या उनके व्यवहार के बारे में जवाब देने पड़ते हैं। इस साल एक टूर के दौरान हमारे सभी यात्रियों को एक पर्यटन स्थल पर नहीं जाने दिया गया और उन्हें पुलिस थाने ले जाया गया। यात्री बिलकुल निश्चिंत नहीं रह सकते। मस्ती का अंत भी जल्दी ही हो जाता है।'
रिपोर्टः फारानाक सोलेमानजादेह/आभा मोंढे संपादनः एन रंजन