ग्राउंड रिपोर्ट : गौतम गंभीर पूर्वी दिल्ली सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में फंसे

Webdunia
गुरुवार, 9 मई 2019 (16:40 IST)
नई दिल्ली। क्रिकेटर से राजनीति में उतरे गौतम गंभीर के कंधों पर पूर्वी दिल्ली की प्रतिष्ठित लोकसभा सीट त्रिकोणीय मुकाबले में जीतकर एक बार फिर भाजपा की झोली में डालने की बड़ी जिम्मेदारी है।
        
पिछले आम चुनाव में दिल्ली की सातों सीटों पर भाजपा ने कांग्रेस को पटखनी दी थी और पहली बार चुनाव मैदान में उतरे महेश गिरी ने दो बार के सांसद रहे पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित को पटखनी दी थी। वर्ष 2014 का लोकसभा चुनाव राजधानी का पहला आम चुनाव था जब यहां आम आदमी पार्टी की मौजूदगी में त्रिकोणीय मुकाबला हुआ था। नवोदित आप पार्टी 2014 में दिल्ली की सभी सातों संसदीय सीटों पर कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए दूसरे स्थान पर रही थी।
 
इस बार के आम चुनाव में पूर्वी दिल्ली संसदीय सीट की खासियत यह है कि रेस में शामिल सभी तीनों दलों ने अपने उम्मीदवार बदले हैं। भाजपा ने मौजूदा सांसद गिरी का टिकट काटकर गंभीर को चुनावी बैटिंग के लिए उतारा है तो कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और शीला सरकार में मंत्री रहे युवा और तेजतर्रार नेता अरविंदरसिंह लवली को टिकट दिया है। आप ने पिछले चुनाव में उम्मीदवार रहे महात्मा गांधी के पौत्र राजमोहन गांधी की जगह आतिशी मार्लिना को मैदान में उतारा है।
 
पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र में दिल्ली विधानसभा की 70 में से 10 विधानसभा सीटें गांधी नगर, कृष्णा नगर, विश्वास नगर, शाहदरा, पटपड़गंज, लक्ष्मीनगर, कोंडली, त्रिलोकपुरी, ओखला और जंगपुरा आती है। विधानसभा के पिछले चुनाव में दिल्ली में इतिहास रचने वाली आप ने इनमें से नौ सीटों पर विजय हासिल की थी। इस संसदीय क्षेत्र की केवल विश्वास नगर विधानसभा सीट भाजपा की झोली में आई थी और ओमप्रकाश शर्मा विजयी हुए थे। गांधी नगर सीट से आप के टिकट पर विधायक चुने गए अनिल बाजपेयी ने हाल ही में पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा का पल्ला पकड़ लिया है।
 
क्रिकेट के मैदान में ओपनिंग बल्लेबाजी करने वाले गंभीर की राजनीति में भी यह शुरुआती पारी है और युवा होने के साथ मोदी के नाम से उत्साहित पार्टी कार्यकर्ताओं की पिच पर वह जीतने के लिए उतरे हैं। अपनी उम्मीदवारी को लेकर आप की तरफ से उठाए गए सवालों का गंभीर ने करार जवाब दिया है।
 
मोदी के नाम पर मांग रहे हैं वोट : क्षेत्र के लिए नये उम्मीदवार गंभीर को लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि वह वोट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नाम पर मांग रहे हैं और उम्मीद है कि जनता भी उनके नाम पर ही भाजपा के पक्ष में बढ़-चढ़कर मतदान करेगी। कार्यकर्ताओं का कहना है कि उम्मीदवार कौन है, इसका उन पर कोई फर्क नहीं पड़ता है, उन्हें तो पार्टी के लिए काम करना है।
  
गंभीर के भाषणों में मोदी के नाम पर वोट मांगने का प्रमुखता से उल्लेख रहता है। वह लोगों से मोदी और भाजपा पर भरोसे की बात कर रहे हैं। इलाके में घूम-घूमकर प्रचार में जुटे गंभीर के भाषणों में राष्ट्रवाद, राष्ट्रीय सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा, दिव्य कुंभ, गौ सेवा, महापुरुषों का सम्मान, समान नागरिक संहिता, अनुसूचित जातियों का कल्याण, सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण और देश के विकास की बातें होती हैं।
दिल्ली सरकार के काम पर वोट : इस सीट आप उम्मीदवार आतिशी दिल्ली सरकार की शिक्षा सलाहकार और पार्टी की राजनीतिक मामलों की सदस्य हैं। वह सरकारी स्कूलों की स्थिति और शिक्षा में सुधार के मुद्दे सहित राजधानी की कानून-व्यवस्था सुधार, महिला सुरक्षा, दिल्ली निवासियों को आवास, युवाओं को नौकरी, बच्चों को कॉलेजों में आसानी से दाखिला, स्वच्छता, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों की सीलिंग, कच्ची कालोनियों को पक्का और ग्रामीण इलाकों की समस्याओं को दूर करने के नाम पर वोट मांग रही हैं।
लवली सबसे अनुभवी : कांग्रेस के लवली संसदीय क्षेत्र की ही गांधीनगर से पांच बार विधायक रहे हैं। वे शीला सरकार में शिक्षा, परिवहन और ऊर्जा विभाग जैसे कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों को वर्षों तक संभाल चुके हैं। उन्हें अपने दोनों प्रतिद्वंदियों के मुकाबले राजनीति का अधिक अनुभव है। साफ-सुथरी राजनीतिक छवि के लवली विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हो गए और बाद में वह फिर कांग्रेस में लौट आए। वर्ष 2003 के विधानसभा चुनावों में उन्हें सर्वाधिक 73.53 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए।
 
लवली कांग्रेस की ‘न्याय’ योजना, झुग्गी झोपड़ियों के लोगों को 500 वर्ग फुट का घर, 24 लाख सरकारी पदों पर भर्ती, शिक्षा बजट दोगुना, मुफ्त अनिवार्य शिक्षा, मुफ्त सार्वजनिक अस्पताल, आवश्यक सुविधाओं पर शून्य जीएसटी, पर्यावरण संरक्षण, अनुसूचित जाति जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग की रिक्तियों पर भर्ती के नाम पर वोट मांग रहे हैं।
 
इस सीट पर कुल मतदाता 20 लाख 39 हजार 220 हैं जिनमें पुरुष मतदाता 10 लाख 94 हजार 36, महिला मतदाता आठ लाख 56 हजार 56 तथा 79 किन्नर मतदाता हैं। इस सीट को लेकर जातिगत समीकरण का विशेष महत्व नहीं है। यहां ब्राह्मण, पंजाबी, मुस्लिम, गुर्जर, बाल्मिकी समाज के मतदाताओं की संख्या अधिक है।
  
पिछले 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को यहां 5 लाख 72 हजार 202 मत, आप को 3 लाख 81 हजार 739 मत तथा कांग्रेस को 2 लाख 32 हजार 40 मत प्राप्त हुए थे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Gold Prices : शादी सीजन में सोने ने फिर बढ़ाई टेंशन, 84000 के करीब पहुंचा, चांदी भी चमकी

Uttar Pradesh Assembly by-election Results : UP की 9 विधानसभा सीटों के उपचुनाव परिणाम, हेराफेरी के आरोपों के बीच योगी सरकार पर कितना असर

PM मोदी गुयाना क्यों गए? जानिए भारत को कैसे होगा फायदा

महाराष्ट्र में पवार परिवार की पावर से बनेगी नई सरकार?

पोस्‍टमार्टम और डीप फ्रीजर में ढाई घंटे रखने के बाद भी चिता पर जिंदा हो गया शख्‍स, राजस्‍थान में कैसे हुआ ये चमत्‍कार

सभी देखें

नवीनतम

Election Results : कुछ ही घंटों में महाराष्ट्र और झारंखड पर जनता का फैसला, सत्ता की कुर्सी पर कौन होगा विराजमान

LG ने की आतिशी की तारीफ, कहा- केजरीवाल से 1000 गुना बेहतर हैं दिल्ली CM

टमाटर अब नहीं होगा महंगा, जनता को मिलेगी राहत, सरकार ने बनाया यह प्लान

Wayanad bypolls: मतगणना के दौरान प्रियंका गांधी पर होंगी सभी की निगाहें, व्यापक तैयारियां

Manipur: मणिपुर में जातीय हिंसा में 258 लोग मारे गए, 32 लोग गिरफ्तार

अगला लेख