प्रियंका गांधी मेहनत तो खूब कर रही हैं, पर सफलता कितनी मिलेगी?

Webdunia
गुरुवार, 2 मई 2019 (14:50 IST)
अमेठी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इन दिनों उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को जिताने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। प्रियंका न केवल अमेठी और रायबरेली बल्कि राज्य की उन सभी सीटों पर मेहनत कर रही है जहां पार्टी के चुनाव जीतने की संभावना है।
लखनऊ मेगा रोड शो के साथ सियासत में धमाकेदार एंट्री करने वाली प्रियंका गांधी को पार्टी ने पूर्वांचल की जिम्मेदारी दी है। वह बिना झिझक लोगों से मिल रही हैं। बड़ी-बड़ी रैलियां करने की बजाए छोटी-छोटी नुक्कड़ सभाएं कर रही है। वह जहां जाती हैं बरबस ही लोगों का ध्यान आकर्षित करती हैं।
प्रियंका जिस किसी व्यक्ति से मिलती है अपनी शालिनता से उनका दिल जीत लेती है। जिस भी व्यक्ति से मिलती हैं मुस्कुराकर मिलती हैं। उनकी बाते ध्यान से सुनती हैं। कोई बुर्जुग मिला नहीं कि वे तुरंत आशीर्वाद लेने से नहीं चूकतीं।
हाल ही में प्रियंका गांधी का एक वीडियो बुधवार को वायरल हुआ था। यह वीडियो अमेठी के तिलोई गांव का है, जहां प्रियंका गांधी जनसंपर्क कर रही थीं। वीडियो में कुछ बच्चों से प्रियंका के सामने मोदी विरोधी नारे लगवाए जा रहे हैं। इस पर प्रियंका ने बच्चों से कहा- ये वाला नारा अच्छा नहीं लगा। अच्छे बच्चे बनो। बच्चों ने नारे में मोदी के लिए अपशब्द का इस्तेमाल किया।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

कौन हैं महरंग बलोच, जिनसे पाकिस्तानी फौज भी खाती है खौफ?

kunal kamra controversies : कुणाल कामरा कैसे बने चर्चित कॉमेडियन, विवादों से रहा है पुराना नाता

सुनिता विलियम्स की वापसी अटकी थी राजनीति के कारण

सांसदों का वेतन बढ़ा, 34 हवाई यात्राएं, 50 हजार यूनिट, जानिए आपके माननीयों और क्या-क्या मिलता है फ्री

क्या प्रेंग्नेंट है मुस्कान, टेस्ट से सामने आएगा सच, साहिल ने मांगा सरकारी वकील, जानिए कैसी बीत रही हैं दोनों की रातें

सभी देखें

नवीनतम

धीरेंद्र शास्त्री बोले- सौरभ हत्याकांड के बाद नीला ड्रम डरा रहा, बच्चों को संस्कारवान बनाएं, रामचरित मानस से जोड़ें

बैकों के सर्वर डाउन होने से UPI Payment में देरी से ग्राहक परेशान, सोशल मीडिया पर शिकायतों का अंबार

इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्‍यायिक कार्य ठप, वकीलों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी

दुनिया में मंदी लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत, जानिए किसने किया यह दावा...

पुराने भोपाल से हिंदुओं के पलायन का RSS का दावा सियासत या फिर मजबूरी?

अगला लेख