कमल हासन की सभा में फेंके गए अंडे और पत्थर, नहीं मिली रैली की इजाजत

Webdunia
शुक्रवार, 17 मई 2019 (10:08 IST)
अरावकुरिची। कमल हासन के नेतृत्व वाली मक्कल निधि मैयम की एक जनसभा में दो अज्ञात लोगों ने मंच पर अंडे और पत्थर फेंके जिसके कारण तनाव व्याप्त हो गया। 
 
घटना उस समय घटी जब हासन अपना भाषण समाप्त करके मंच से नीचे उतर रहे थे। घटना में कोई भी व्यक्ति घायल नहीं हुआ। घटना के तुरंत बाद वह अपनी कार में बैठकर रवाना हो गए।

इसके बाद एमएनएम के कार्यकर्ताओं ने अपने नेता पर हमला करने की कोशिश करने के संदेह में एक व्यक्ति को पकड़कर बुरी तरह पीटा जबकि घटना में शामिल अन्य लोगों के मौके से भागने की सूचना है। पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए व्यक्ति को एमएनएम कार्यकर्ताओं से बचाया।

इस बीच, कोयंबटूर जिला पुलिस ने शुक्रवार को सुलूर उपचुनाव में प्रचार करने के लिए अभिनेता को अनुमति देने से इंकार कर दिया।
 
इससे पहले अभिनेता से नेता बने कमल हासन पर बुधवार शाम उस समय चप्पल फेंकी गई थी, जब वे मदुराई लोकसभा क्षेत्र के तिरुप्परनकुंदरम इलाके में चुनाव प्रचार कर रहे थे। हालांकि चप्पल उन्हें लगी नहीं।
 
उल्लेखनीय है कि कमल हासन ने हाल ही में कहा था कि स्वतंत्रता के बाद भारत का पहला आतंकवादी हिन्दू था। दरअसल, उनका आशय महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे से था।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

कब-कब हुई भगदड़ की बड़ी घटनाएं, डराने वाले इन आंकड़ों को देखिए

बंगाल की धरती से मोहन भागवत ने बताया RSS का अगला प्लान, हिन्दुओं को लेकर कही बड़ी बात

दिल्ली के CM पर कल खत्म हो सकता है सस्पेंस, शपथ ग्रहण समारोह को लेकर बड़ा अपडेट

अघाड़ी में पड़ी दरार, फडणवीस से मिले उद्धव, शिंदे की शरद पवार ने की तारीफ, महाराष्ट्र में नए सियासी समीकरण

फालतू है कुंभ, लालू यादव ने बताया किसकी गलती से मची नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़

सभी देखें

नवीनतम

बिहार के जमुई में दो समुदाय के बीच झड़प, 150 से ज्यादा पर FIR, नीतीश समेत 3 घायल

इस कमरे में सुनाई देती है दिल की आवाज, जानिए दुनिया के सबसे शांत कमरे की हैरान करने वाली बातें

LIVE: महाकुंभ मेला मंगलवार तक नो-व्हीकल झोन, 8वीं तक के स्कूल बंद

प्रयागराज जाने के लिए इंदौर रेलवे स्टेशन पर कुश्‍ती लड़ रहे यात्री, खिड़कियों से एंट्री मारने का दिखा रहे करतब

अमेरिका ने भारतीय महिलाओं और बच्चों को बख्शा, पुरुषों को लगाईं बेड़ियां

अगला लेख