Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

कर्नाटक BJP सोशल मीडिया हेड हिरासत में, विवादास्पद वीडियो मामले में बेंगलुरु पुलिस का बड़ा एक्शन

हमें फॉलो करें कर्नाटक BJP सोशल मीडिया हेड हिरासत में, विवादास्पद वीडियो मामले में बेंगलुरु पुलिस का बड़ा एक्शन
बेंगलुरु , गुरुवार, 9 मई 2024 (23:50 IST)
लोकसभा चुनाव 2024 के बीच बेंगलुरु पुलिस ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए कर्नाटक बीजेपी के सोशल मीडिया हेड प्रशांत मकनूर को हिरासत में ले लिया। भाजपा की कर्नाटक इकाई के सोशल मीडिया प्रकोष्ठ के संयोजक प्रशांत मकनूर को गुरुवार को बेंगलुरु नगर पुलिस ने कथित तौर पर अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदाय के सदस्यों के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को लेकर तलब किया।
 
इससे पहले, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और पार्टी के आईटी सेल के राष्ट्रीय प्रमुख अमित मालवीय को भी इस संबंध में समन जारी किया गया था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि ‘‘प्रशांत मकनूर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, और जमानत पर रिहा कर दिया गया।’’
 
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए पांच मई को निर्वाचन आयोग और पुलिस में शिकायत दायर की थी जिसके आधार पर मामला दर्ज किया गया था।
उनके खिलाफ जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धाराओं और भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (2) (विभिन्न वर्गों के बीच शत्रुता, घृणा या दुर्भावना पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
 
केपीसीसी ने शिकायत में भाजपा की कर्नाटक इकाई के आधिकारिक अकाउंट द्वारा सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपलोड किए गए वीडियो का हवाला दिया और आरोप लगाया कि इसका संचालन मालवीय द्वारा नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र के निर्देश पर किया जाता है।
 
कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि सोशल मीडिया पर पोस्ट किये गए उक्त वीडियो में राहुल गांधी और (मुख्यमंत्री) सिद्धरमैया के एनिमेटेड किरदार दिखाए गए हैं। वीडियो क्लिप में एससी, एसटी और ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदाय को एक घोंसले में रखे ‘अंडों’ के तौर पर दिखाया गया है तथा इसमें राहुल गांधी को मुस्लिम समुदाय नाम से एक बड़ा अंडा रखते हुए भी दिखाया गया है।’’
पार्टी ने दावा किया कि इसे इस तरह से प्रदर्शित किया गया है कि जैसे कि मुस्लिम समुदाय को दर्शाने वाले चूजों को धन दिया जा रहा हो, जो बाद में एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय को बाहर निकाल देते हैं।’’ भाषा

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

अमेठी गांधी परिवार की अमानत, मेरी जीत यानी उनकी जीत : किशोरी लाल शर्मा