5वें चरण में 60.48 फीसदी मतदान, बारामूला में टूटा वोटिंग का रिकॉर्ड, जानें कहां कितने प्रतिशत पड़े वोट

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
मंगलवार, 21 मई 2024 (00:17 IST)
More than 57 percent voting in the fifth phase of Lok Sabha elections : लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सोमवार को 6 राज्यों और 2 केंद्रशासित प्रदेशों की 49 सीट पर 60 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। जम्मू-कश्मीर की बारामूला सीट पर अब तक का सबसे अधिक मतदान हुआ।
ALSO READ: लोकसभा चुनावों के बीच मायावती का बड़ा फैसला, आकाश आनंद को कोओर्डिनेटर पद से हटाया
पांचवें चरण में पश्चिम बंगाल में छिटपुट हिंसा और कुछ बूथ पर ईवीएम में खराबी की घटनाएं भी सामने आईँ। इसके अलावा ओडिशा में ईवीएम में खराबी जबकि महाराष्ट्र में धीमे मतदान की खबरें मिलीं। निर्वाचन आयोग के मतदान प्रतिशत ऐप के अनुसार, पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 76.05 प्रतिशत जबकि महाराष्ट्र में सबसे कम 54.33 फीसद मतदान हुआ। मुंबई की छह लोकसभा सीट पर 46 से 54 प्रतिशत तक मतदान हुआ। ठाणे में 49.81 प्रतिशत वोटिंग हुई।
 
जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पीके पोल ने कहा कि कभी आतंकवाद से प्रभावित रहे जम्मू-कश्मीर के बारामूला लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में अब तक का सबसे अधिक 59 प्रतिशत मतदान हुआ। बारामूला के सोपोर विधानसभा क्षेत्र में 44.36 प्रतिशत मतदान हुआ, जहां बीते कुछ दशकों में मतदान प्रतिशत 10 प्रतिशत से कम दर्ज किया जाता था।
 
यहां इस बार हुआ रिकॉर्ड मतदान : पोल ने मतदान समाप्त होने पर कहा, 1967 में पहली बार बारामूला में संसदीय चुनाव होने के बाद से यहां इस बार रिकॉर्ड मतदान हुआ। बारामूला लोकसभा क्षेत्र में इससे पहले सबसे अधिक 58.90 प्रतिशत मतदान 1984 में हुआ था। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला इस सीट पर चुनाव लड़ रहे 22 उम्मीदवारों में शामिल हैं।
ALSO READ: मणिशंकर अय्यर का पाकिस्तान प्रेम, लोकसभा चुनाव में बढ़ी कांग्रेस की मुश्किल
अन्य राज्यों में, बिहार में 53.78 प्रतिशत, झारखंड में 63.06 प्रतिशत, ओडिशा में 62.23 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 57.79 प्रतिशत और लद्दाख में 68.47 प्रतिशत मतदान हुआ। निर्वाचन आयोग ने कहा कि आंकड़े अनुमानित रुझान हैं क्योंकि डेटा अब भी एकत्रित किया जा रहा है। रात करीब 10 बजे आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, अनुमानित मतदान प्रतिशत 59.06 था।
 
इस बीच, निर्वाचन आयोग ने सोमवार को इस बात पर अफसोस जताया कि मुंबई, ठाणे, नासिक और लखनऊ जैसे विभिन्न शहरों के निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान को लेकर उदासीनता की प्रवृत्ति जारी रही जैसी 2019 के संसदीय चुनावों में देखी गई थी। हालांकि आयोग ने कहा कि मुंबई में मशहूर हस्तियों और आम नागरिकों ने धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा करके मतदान किया।
 
आयोग ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों की मशहूर हस्तियों ने मतदाताओं को मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करने के सिलसिले में आयोग का साथ दिया। इन हस्तियों के सोशल मीडिया खातों पर इस संबंध में कई वीडियो पोस्ट किए गए थे। रविवार को भी, आयोग ने बताया था कि मुंबई, ठाणे और लखनऊ ने अतीत में मतदान के प्रति उदासीनता दिखाई है और इन शहरों में रहने वालों से अधिक संख्या में मतदान करने का अनुरोध किया था।
ALSO READ: लोकसभा चुनाव में MP में मोदी के गारंटी के साथ विधायकों का दलबदल और नोटा का मुद्दा रहा छाया
पिछले चार चरण में कुल 66.95 प्रतिशत मतदान हुआ था। पांचवें चरण का मतदान खत्म होने के साथ ही 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों और 543 में से 428 निर्वाचन क्षेत्रों में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान पूरा हो चुका है। अब दो और चरण का मतदान बाकी है, जिनके तहत 25 मई और एक जून को वोटिंग होगी। मतगणना चार जून को होगी।
 
पश्चिम बंगाल के सात संसदीय क्षेत्रों में हिंसा की छिटपुट घटनाओं के कारण मतदान प्रभावित हुआ। बैरकपुर, बनगांव और आरामबाग सीटों के विभिन्न हिस्सों में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। इस संबंध में एक निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि शाम 4:30 बजे तक, राज्य सीईओ कार्यालय को 1,913 शिकायत प्राप्त हुईं, जिनमें ईवीएम की खराबी और मतदान एजेंटों को बूथ में प्रवेश करने से रोकने से संबंधित शिकायतें शामिल थीं। आरामबाग विधानसभा क्षेत्र के खानाकुल इलाके में टीएमसी और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प हो गई।
 
हावड़ा निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में हिंसा : पड़ोसी हुगली निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा की मौजूदा सांसद और पार्टी की उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी को टीएमसी विधायक आशिमा पात्रा के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। पुलिस और केंद्रीय बलों की एक बड़ी टुकड़ी को मौके पर भेजा गया। हावड़ा निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से भी हिंसा की खबरें आईं। हावड़ा के लिलुआ इलाके में भाजपा ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर मतदान प्रक्रिया में बाधा डालने का आरोप लगाया, जिसके बाद दोनों समूहों के बीच झड़प हुई। केंद्रीय पुलिस बल इलाके में पहुंचे और उन्हें तितर-बितर किया।
ALSO READ: केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव में दी 10 गारंटी, कहा फेल हुआ भाजपा का प्लान
बनगांव निर्वाचन क्षेत्र के गाएशपुर इलाके में एक बूथ के बाहर टीएमसी समर्थकों ने स्थानीय भाजपा नेता सुबीर विश्वास को कथित तौर पर पीट दिया। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। इसी निर्वाचन क्षेत्र के कल्याणी इलाके में, केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार शांतनु ठाकुर ने एक मतदान केंद्र के अंदर एक व्यक्ति को अपने प्रतिद्वंद्वी टीएमसी उम्मीदवार विश्वजीत दास के पहचान पत्र का कथित तौर पर उपयोग करते हुए पकड़ लिया। इसके बाद केंद्रीय बलों ने उस व्यक्ति को बूथ से हटा दिया। हुगली के कुछ बूथ पर केंद्रीय बल मतदाताओं को कथित तौर पर डराने-धमकाने में भाजपा कार्यकर्ताओं की सहायता कर रहे थे, जिसके बाद टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कुछ इलाकों में विरोध प्रदर्शन भी किया।
ALSO READ: अनुराग ठाकुर ने प्रियंका गांधी पर साधा निशाना, लोकसभा चुनाव को लेकर दिया यह बयान
उत्तर प्रदेश के अमेठी में 54.17 प्रतिशत, लखनऊ में 52.03 प्रतिशत, रायबरेली में 57.85 प्रतिशत, बांदा में 59.49 प्रतिशत, बाराबंकी में 66.89 प्रतिशत, फैजाबाद में 58.96 प्रतिशत और फ़तेहपुर में 56.90 प्रतिशत मतदान हुआ। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, गोंडा में 51.45 फीसदी, हमीरपुर में 60.36 फीसदी, जालौन में 53.44 फीसदी, झांसी में 63.57 फीसदी, कैसरगंज में 55.47 फीसदी, कौशांबी में 52.60 फीसदी और मोहनलालगंज में 62.53 फीसदी मतदान हुआ। लखनऊ पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रतिशत करीब 52.25 फीसदी रहा।
 
झांसी सीट पर 3 बूथों पर 100 फीसदी मतदान : उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिनवा के अनुसार, राज्य में कहीं भी कोई हिंसा नहीं हुई। धीमी वोटिंग और ईवीएम के संबंध में चुनाव आयोग को लगभग 250 शिकायतें मिलीं। ललितपुर जिले की झांसी सीट पर तीन बूथों पर 100 फीसदी मतदान की खबर है। रायबरेली से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न मतदान केंद्रों का दौरा किया और स्थानीय निवासियों के साथ तस्वीरें खिंचवाईं। उन्होंने बछरावां में कांग्रेस बूथ कार्यकर्ताओं से भी बातचीत की और चुरुवा में हनुमान मंदिर गए।
ALSO READ: लोकसभा चुनाव: कम होता मतदान, किसका नुकसान?
इस चरण में उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (लखनऊ), महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी (अमेठी), आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर (मोहनलालगंज), उपभोक्ता मामलों की राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति (फतेहपुर) और केंद्रीय मंत्री एमएसएमई राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा (जालौन) शामिल हैं। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती लखनऊ में शुरुआती मतदाताओं में से थीं। उन्होंने कहा, मैंने मतदान कर दिया है और मैं सभी से मताधिकार का इस्तेमाल करने की अपील करती हूं।
 
3 बूथ पर लोगों को वोट नहीं डालने देने का आरोप : रक्षामंत्री सिंह ने लखनऊ में विपुल खंड में एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला और लोगों से वोट करने की अपील भी की। इस बार भी अमेठी से चुनाव लड़ रहीं ईरानी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में मतदान किया। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने ईवीएम में गड़बड़ी का दावा किया और भाजपा पर राही प्रखंड के बेला खारा गांव में तीन बूथ पर लोगों को वोट नहीं डालने देने का आरोप लगाया। कौशांबी से मिलीं खबरों के मुताबिक, हिसामपुर माधो गांव के मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया। ग्रामीणों ने अधिकारियों से कहा कि वे मतदान को लेकर तभी विचार करेंगे जब प्रशासन उन्हें आश्वासन देगा कि गांव को अन्य क्षेत्रों से जोड़ने वाली सड़क और रेलवे पुल बनाया जाएगा।
 
महाराष्ट्र में, शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने दावा किया कि मतदान केंद्रों के बाहर सुविधाओं के बारे में मतदाताओं ने बहुत सारी शिकायतें कीं, जिस पर शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस ने चिंता जताई। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने निर्वाचन आयोग पर मोदी सरकार के इशारे पर जानबूझकर चुनाव प्रक्रिया में देरी करने का आरोप लगाया।
ALSO READ: लोकसभा चुनाव में BJP-RSS के समन्वय पर सवाल, बोले जेपी नड्डा, अकेले दम पर आगे बढ़ने में सक्षम
हालांकि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि उन्होंने सबसे पहले शहर में मतदान की धीमी गति के बारे में चुनाव आयोग से शिकायत की थी। उन्होंने दावा किया कि ठाकरे मोदी सरकार पर केवल इसलिए आरोप लगा रहे हैं क्योंकि विपक्ष अपनी हार देख रहा है। फडणवीस ने कहा कि ठाकरे चार जून को नतीजों का सामना करने के लिए माहौल तैयार कर रहे हैं।
 
शिवसेना (यूबीटी) के 2 कार्यकर्ता गिरफ्तार : शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने दावा किया कि मतदान केंद्रों के बाहर सुविधाओं के बारे में मतदाताओं ने बहुत सारी शिकायतें कीं। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया कि शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत और सुनील राउत मुंबई के भांडुप में अपने मतदान केंद्र के बाहर 'भ्रष्ट आचरण' में शामिल पाए गए। पूर्व सांसद ने यह भी दावा किया कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) के दो कार्यकर्ताओं को ‘डमी’ ईवीएम का उपयोग करने के अवैध एवं भ्रष्ट आचरण को लेकर गिरफ्तार किया गया।
ALSO READ: लोकसभा चुनाव की काउंटिंग में कांग्रेस को बेईमानी का डर, उम्मीदवारों को दिए टिप्स, भितरघात का भी उठा मुद्दा
हालांकि राज्यसभा सदस्य संजय राउत के भाई एवं विधायक सुनील राउत ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मतदाताओं को जानकारी देने के उद्देश्य से मतदान केंद्र के 100 मीटर के दायरे के बाहर एक डमी ईवीएम रखी गई थी। उन्होंने दावा किया कि फिर भी पुलिस ने राजनीतिक दबाव में इसे हटा दिया। राजनीतिक नेताओं, खिलाड़ियों और वित्तीय क्षेत्र के प्रमुख व्यक्तियों ने मुंबई और पड़ोसी ठाणे के विभिन्न हिस्सों में मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
 
ओडिशा में बरगढ़ जिले के सरसरा के पास कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने कथित तौर पर एक ऑटोरिक्शा चालक की हत्या कर दी, जो कुछ मतदाताओं को मतदान केंद्र तक ले जा रहा था। मृतक के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि यह एक राजनीतिक हत्या है। पुलिस का कहना है कि अपराध का कारण निजी रंजिश है। ओडिशा में कुछ जगहों पर ईवीएम में गड़बड़ी की भी खबरें आईं।
 
हजारीबाग के 2 और पांकी के एक बूथ पर मतदान का बहिष्कार : लोकसभा चुनाव में झारखंड में 63 फीसदी मतदान हुआ। गांडेय विधानसभा उपचुनाव में 68.26 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इस सीट पर जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा की उम्मीदवार हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार ने कहा कि आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के उल्लंघन के लिए सात प्राथमिकी दर्ज की गईं, जिनमें से दो-दो दो-दो प्राथमिकी पलामू, लातेहार और हजारीबाग जबकि एक गिरिडीह में दर्ज की गई। उन्होंने कहा, हजारीबाग के दो और पांकी के एक बूथ पर मतदान का बहिष्कार किया गया।
ALSO READ: भीषण गर्मी में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सुस्त रही मतदान की रफ्तार, आदित्य ठाकरे ने निर्वाचन आयोग पर उठाए सवाल
झारखंड के चतरा जिले के पांच माओवाद प्रभावित गांवों के मतदाताओं ने 2000 में राज्य के गठन के बाद पहली बार सोमवार को अपने बूथों पर बड़ी संख्या में वोट डाले। इस बीच, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए मैदान में उतरे तीन उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के लिए सोमवार को 68 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया। मतदान अधिकारियों ने यह भी कहा कि करगिल में 74 फीसदी और लेह में 62.50 फीसदी मतदान हुआ। (भाषा) फोटो सौजन्‍य : यूएनआई
Edited By : Chetan Gour 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

शशि थरूर का तंज, आखिरकार अबकी बार, 400 पार हुआ, लेकिन दूसरे देश में

महंगाई की मार, दिल्ली में टमाटर 80 रुपए किलो हुआ

महुआ मोइत्रा के खिलाफ NCW का एक्शन, दिल्ली पुलिस से कहा- दर्ज हो FIR

नर्क सी जिंदगी, बच्‍चियों को सैनेटरी पैड नहीं, पोस्‍टमार्टम में पेट खाली मिले, पत्‍तल चाटते थे युगपुरुष आश्रम के बच्‍चे

लालू यादव की भविष्यवाणी, अगस्त में गिर सकती है नरेन्द्र मोदी सरकार

अगला लेख
More