लोग चुनाव को लेकर बहुत उत्साहित नहीं हैं : नरेश टिकैत

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024 (18:44 IST)
Naresh Tikait's statement regarding elections : किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने 400 का आंकड़ा पार करने के दावे को लेकर शुक्रवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग चुनाव को लेकर बहुत उत्साहित नहीं हैं, उनका भ्रम टूट गया है। साथ ही, चुनाव कई चरणों में हो रहे हैं, चुनाव एक ही चरण में होने चाहिए। 
ALSO READ: लोकसभा चुनाव 2024 : क्यों जीत रही BJP, विपक्ष कहां कर रहा चूक, प्रशांत किशोर का दावा- बंगाल-तेलंगाना में चौंकाएंगे मोदी
टिकैत ने कहा, अगर वे 400 कह रहे हैं, तो उन्हें चुनाव लड़ने की क्या ज़रूरत है? ये खास बात है कि वे इसे पहले से ही मानकर चल रहे हैं। क्या उनके पास कोई ज्योतिषी है जिसने भविष्यवाणी की है कि यह होने वाला है। पहले चरण में शुक्रवार को मुजफ्फरनगर समेत पश्चिमी उप्र की आठ लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है।
 
चुनाव एक ही चरण में होने चाहिए : उन्होंने कहा, लोग वोट के जरिए अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं। हालांकि मतदान की रफ्तार धीमी है और शाम तक ऐसा ही रहेगा। लोगों में अब कोई उत्साह नहीं है, उनका भ्रम टूट गया है। साथ ही, चुनाव कई चरणों में हो रहे हैं, चुनाव एक ही चरण में होने चाहिए और नतीजे तीसरे दिन घोषित किए जाने चाहिए और अगले चार-पांच दिनों में (नई सरकार का) शपथ ग्रहण होना चाहिए।
ALSO READ: अखिलेश बोले, लोकसभा चुनाव में BJP का गाजियाबाद से गाजीपुर तक होगा सफाया
टिकैत ने कहा, देश में आपातकाल जैसे हालात हैं। जनता के बीच इस तरह की बातें हैं। उन्होंने कहा, इस क्षेत्र के लोगों को गुलामी पसंद नहीं है। शायद कोई क्षेत्र, राज्य या सीट होगी जिन्हें गुलामी पसंद है। लोग वोट न देकर गुलामी का विरोध कर रहे हैं।
 
90-95 प्रतिशत लोग ईवीएम के खिलाफ : किसान नेता ने कहा, बूथ कब्जाने का युग बीत चुका है, हर कोई मशीन के बारे में शिकायत कर रहा है तो फिर मतपत्रों के माध्यम से चुनाव क्यों नहीं कराए जा रहे हैं? 90-95 प्रतिशत लोग मशीन (ईवीएम) के खिलाफ हैं। यह एक मशीन है और इसमें छेड़छाड़ हो सकती है।
ALSO READ: लोकसभा चुनाव में ईरान-इजरायल युद्ध की गूंज, बोले पीएम मोदी, दुनिया में युद्ध का माहौल, युद्ध स्तर पर काम करने वाली सरकार जरूरी
गन्ना किसानों को भुगतान के बारे में टिकैत ने कहा, वे भुगतान को एहसान के रूप में दिखाते हैं। क्या वे मुफ्त में दे रहे हैं? क्या हमने उन्हें अपना गन्ना उत्पाद नहीं दिया है? किसान आज ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं और महसूस कर रहे हैं कि उन्होंने सब कुछ खो दिया है। किसान दुखी हैं।(भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

हिन्दू तुम्हारी मस्जिदों में घुसें तो जूते मारो, बंटोगे तो कटोगे नारे पर बाबा बागेश्वर का बड़ा बयान

डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर बाबा महाकाल को 200 अमेरिकी डॉलर की माला चढ़ाने वाला भक्त लापता

Whatsapp का नया फीचर Message Draft, क्या होगा यूजर का फायदा, कैसे कर सकते हैं इस्तेमाल

सुखबीर सिंह बादल कौन हैं और क्यों देना पड़ा SAD के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा, क्या हैं आरोप

ईरान डरा, अमेरिका को भेजा मैसेज, ट्रंप की हत्या का कोई इरादा नहीं, बताया कैसे लेगा बदला

अगला लेख