हनुमान जयंती पर पीएम मोदी बोले, कांग्रेस राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
मंगलवार, 23 अप्रैल 2024 (12:16 IST)
PM Modi on hanuman jayanti : राजस्थान के टोंक सवाई माधोपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हनुमान जयंती पर कांग्रेस को जमकर लताड़ा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो जाता है।

ALSO READ: राजस्थान में पीएम मोदी बोले, कांग्रेस की सरकार होती तो जवानों के सिर काटकर ले जाते दुश्मन
पीएम मोदी ने कहा कि आज हनुमान जयंती पर आपसे बात करते हुए मुझे कुछ दिन पहले की एक तस्वीर भी याद आ रही है। कुछ दिन पहले कांग्रेस के शासन वाले कर्नाटक में एक छोटे दुकानदार को केवल इसलिए बुरी तरह से पीटा गया, क्योंकि वो अपनी दुकान में बैठे-बैठे हनुमान चालीसा सुन रहा था। आप कल्पना कर सकते हैं कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो जाता है।
 
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने तो राम-राम सा कहने वाले राजस्थान में रामनवमी पर प्रतिबंध लगा दिया था। कांग्रेस ने शोभायात्रा पर पत्थरबाजी करने वालों को सरकारी संरक्षण दिया था। इसी कांग्रेस पार्टी ने तुष्टिकरण के लिए मालपुरा, करौली, टोंक और जोधपुर को दंगों की आग में झोंक दिया था।
 
 
कांग्रेस की सोच हमेशा से तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति की रही है। 2004 में जैसे ही केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी, उसका सबसे पहला काम था - आंध्र प्रदेश में SC/ST के आरक्षण में से कमी करके मुसलमानों को आरक्षण देने का प्रयास।
 
उन्होंने कहा कि ये एक पायलट प्रोजेक्ट था, जिसे कांग्रेस पूरे देश में आजमाना चाहती थी। 2004 से 2010 के बीच कांग्रेस ने 4 बार आंध्र प्रदेश में मुस्लिम रिजर्वेशन लागू करने की कोशिश की। लेकिन कानूनी अड़चनों की वजह से, सुप्रीम कोर्ट की जागरूकता के कारण वो अपने मंसूबे पूरे नहीं कर पाए।
 
Edited by : Nrapendra Gupta 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

Lok Sabha Chunav : रायबरेली में प्रियंका गांधी संभाल रहीं भाई राहुल का चुनावी कैंपेन, PM मोदी को लेकर लगाया यह आरोप

Sandeshkhali Case : बैरकपुर में प्रधानमंत्री मोदी का दावा, बोले- प्रताड़ित महिलाओं को धमका रहे TMC के गुंडे

केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव में दी 10 गारंटी, कहा फेल हुआ भाजपा का प्लान

Gold ETF से निवेशकों ने अप्रैल में निकाले 396 करोड़, जानिए क्‍या है कारण...

FPI ने मई में की 17000 करोड़ से ज्‍यादा की निकासी, चुनाव काल में क्‍या है विदेशी निवेशकों का रुख

अगला लेख