रिश्तों में आ गई है दरार तो इन बातों पर जरूर दें ध्यान

टूटे रिश्ते को भी फिर से जोड़ देती हैं ये 4 बातें

WD Feature Desk
वैसे तो हमारे जीवन में कई सामाजिक रिश्ते जरूरी होते हैं, लेकिन कुछ रिश्ते ऐसे भी होते हैं जो हमारे सामाजिक जीवन के साथ हमारे निजी जीवन में भी बहुत महत्व रखते हैं। किसी भी वजह के चलते अगर आप अपने रिश्तों को हेल्दी नहीं बना पा रहे हैं, तो धीरे-धीरे रिश्ते कमजोर पड़ जाते हैं और लम्बे समय तक इन कारणों की अनदेखी के कारण रिश्ते टूट भी जाते हैं।
 
रिश्तों को समय के साथ मजबूत बनाया जा सकता है, लेकिन एक बार अगर रिश्ता टूट जाए तो जोड़ना इतना आसान नहीं होता है। हालांकि, ऐसा भी नहीं है कि इन रिश्तों को जोड़ना असंभव है। अगर आपका रिश्ता भी कमजोर पड़ कर टूट चुका है या फिर टूटने की कगार पर पहुंच चुका है, तो भी आप अपने सच्चे प्रयासों से उसे जोड़ सकते हैं। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी ही बातों के बारे में बताने वाले हैं, जिनकी मदद से रिश्तों को टूटने से बचाया जा सकता है।
 
बात करना शुरू करें: जिन्हें रिश्तों की कदर होती है वे अपने रिश्ते को बचाने के लिए प्रयास करने के लिए तैयार होते हैं। अगर रिश्ता किसी ग़लतफहमी या संवाद के अभाव की वजह से ख़राब हुआ है तो सबसे ज़रूरी है बात करना। इसलिए ज़रूरी है कि आप हमेशा खुद से ही बातें शुरू करने की कोशिश करें। अगर आप खुद से बातें करना शुरू करेंगे तो टूटे हुए रिश्ते भी जुड़ने लगेंगे। 
 
गंभीरता से काम लें : अगर आपका मन बहुत ज्यादा चंचल है तो यह रिश्तों पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। इसके कारण सबसे ज्यादा रिश्तों में खटास आने लगती है। समय रहते अगर इनका ध्यान न दिया जाए तो यह आपके रिश्तों को कमजोर बनाने लगता है। अगर आपके रिश्ते में गम्भीरते रहेगी तो सब कुछ सही रहेगा।
 
हमेशा सपोर्टिव रहें: रिश्तों के बीच एक दूसरे की रिस्पेट करना सबसे ज़्यादा जरूरी होता है। किसी भी रिश्ते में रिस्पेक्ट ही उसका आधार होती है। रिस्पेक्ट और एक दूसरे के लिए सपोर्ट की कमी होने के कारण ही रिश्ते अक्सर टूटने लगते हैं। अपने रिश्तों में सपोर्टिव बनें और आप देखेंगे आपके रिश्ते फिर से ठीक होने लगेंगे।
 
पॉजिटिव चीजों पर ध्यान दें: रिश्ते सबसे ज्यादा तब कमजोर पड़ते हैं, जब हम उनकी अच्छाइयों को गिनना बंद कर देते हैं और सिर्फ बुरी चीजों पर ही ध्यान देते हैं। आपके रिश्तों को कमजोर पड़ने के पीछे भी एक यही कारण हो सकता है कि आप उनकी नेगेटिव पॉजिटिव चीजों को न देख कर उनकी नेगेटिव चीजों पर ध्यान दे रहे होते हैं और इस कारण से स्थिति ज्यादा खराब हो जाती है।

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