Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

भाजपा नेताओं की बयानबाजी से केंद्रीय नेतृत्व नाराज, कार्रवाई की चेतावनी, संघ ने भी दिया दखल

हमें फॉलो करें भाजपा नेताओं की बयानबाजी से केंद्रीय नेतृत्व नाराज, कार्रवाई की चेतावनी, संघ ने भी दिया दखल
webdunia

विकास सिंह

, शनिवार, 27 मई 2023 (11:58 IST)
Madhya Pradesh Political News:मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Election 2023) से पहले भाजपा में मची खींचतान से पार्टी को रहे नुकसान को रोकने के लिए केंद्रीय नेतृत्व की ओर कमान अपने हाथों में लेने के साथ ही अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने सीधा दखल दिया है। चुनावी साल में नेताओं की बयानबाजी और बड़े नेताओं को टारगेट करने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश ने तीखे तेवर दिखाए है। शुक्रवार देर रात शिवप्रकाश ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और संघ के पदाधिकारियों  के साथ बैठक कर पूरे सियासी हालात की समीक्षा की।
 
बैठक में अब पार्टी और बड़े नेताओं के खिलाफ बयानबाजी और सवाल उठाने वाले नेताओं को समझाइश देने के साथ कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया। देर रात तक चली बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश के साथ,भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और संघ के बड़े पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में संगठन के कामकाज की समीक्षा करने के साथ चुनाव रणनीति पर चर्चा हुई। 

उधर पार्टी ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ लगातार बयानबाजी करने वाले गुना-शिवपुरी सांसद केपी यादव को सार्वजनिक बयानबाजी नहीं करने को लेकर चेतावनी दी है। भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश ने सांसद केपी यादव को फटकार लगाते हुए चेतावनी दी है कि आगे से ऐसी कोई बयानबाजी नहीं होनी चाहिए जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचे। गौरतलब है कि गुना- शिवपुरी सांसद केपी यादव लगातार पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। यादव समाज के सम्मेलन में नहीं बुलाए जाने से नाराज केपी यादव ने कहा था कि बड़े लोगों को तोड़ने की नहीं, जोड़ने की राजनीति करनी चाहिए।

चुनावी साल में बयानबाजी से मुश्किल में संगठन-चुनाव साल में भाजपा के बड़े नेताओं की सार्वजनिक बयानबाजी से प्रदेश संगठन लगातार सवालों  के घेरे में है। सरकार में शामिल बड़े नेताओं के बीच जिस तरह से सार्वजनिक बयानबाजी लगातार चल रही है उससे पार्टी की रीति-नीति को लेकर सवाल उठ रहे है। सागर से आने वाले कैबिनेट भूपेंद्र सिंह के खिलाफ सागर से ही आने वाले कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव और गोविंद सिंह राजपूत की नाराजगी और उसके बाद लगातार उनके समर्थकों की बयानबाजी से पूरा संगठन सवालों के घेरे में है।

वहीं चुनाव से ठीक पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की कार्यप्रणाली को पार्टी के पुराने नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है। कटनी से पूर्व विधायक ध्रुव प्रताप सिंह ने सार्वजनिक तौर पर वीडी शर्मा की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा दिए है और कांग्रेस में जाने संकेत दे दिए है। विजयराघव गढ़ से भाजपा के पूर्व विधायक ध्रुव प्रताप सिंह ने कहा वह अपनी ही पार्टी में उपेक्षित महूसस कर रहे है इसलिए वह कांग्रेस में जाने का फैसला ले सकते है। इससे पहले जबलपुर से आने वाले पूर्व विधायक हरजीत सिंह बब्बू ने भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए थे हलांकि बाद में वह अपनी बात से पलट गए थे और पार्टी के साथ होने  की बात कही थी। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

मध्यप्रदेश भाजपा में बड़े बदलाव की सुगबुगाहट के बीच बड़ी बैठक,वीडी-नरोत्तम के बीच बंद कमरे में मुलाकात