Madhya Pradesh Assembly elections 1993: राष्ट्रपति शासन के बाद मध्यप्रदेश में नवंबर 1993 में हुए चुनाव के बाद राज्य में कांग्रेस की एक बार फिर सत्ता में वापसी हुई। उस समय केन्द्र की राजनीति में रहे अर्जुन सिंह अपने खास समर्थक दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री बनवाने में सफल रहे थे।
विधानसभा के 320 सीटों के लिए हुए चुनाव में 4 करोड़ 21 लाख 12 हजार 490 मतदाताओं में से 60.17 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान में भाग लिया। इस चुनाव में कांग्रेस की सरकार पुनः सत्तारूढ़ हुई।
कांग्रेस को 174, भारतीय जनता पार्टी को 117, बसपा 11, निर्दलीय 12, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी 1, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी 1, जनता दल के 4 प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल रहे थे। बहुमत मिलने के बाद 7 दिसंबर 1993 को दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
इस चुनाव में कांग्रेस को 40.67 प्रतिशत वोट मिले, जबकि विपक्षी भाजपा को 38.82% वोट मिले थे। निर्दलीय उम्मीदवारों को इस चुनाव में 5.88 फीसदी वोट मिले थे।