इस बार चुनाव में मतदान करने वाले पुरूष मतदाताओं का प्रतिशत 73. 04 तथा महिला मतदाताओं का 69.25 प्रतिशत रहा, जबकि प्रदेश में कुल 4 करोड़ 66 लाख 31 हजार 759 मतदाता हैं, जिनमें 2 करोड़ 45 लाख 68 हजार 405 पुरुष एवं 2 करोड़ 20 लाख 62 हजार 354 महिला मतदाता शामिल हैं। मतदान के लिए प्रदेश में कुल 53946 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए थे।
निर्वाचन आयोग ने इस चुनाव में पहली बार मतदान के लिए ‘उपरोक्त में से कोई नहीं’ (नोटा) का बटन भी ईवीएम में रखा था, जिसे दबाकर मतदाता अपनी नापसंद जाहिर कर सकते थे। चुनाव में 67 राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों और 1092 निर्दलियों सहित कुल 2583 उम्मीदवार मैदान में थे।
प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जबकि प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के 229 उम्मीदवार थे, क्योंकि सिंगरौली जिले के देवसर निर्वाचन क्षेत्र में उसके उम्मीदवार डा. एच एल प्रजापति का नामांकन पर्चा निरस्त हो गया था। वह सरकारी चिकित्सक हैं और नामांकन पत्रों की जांच तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ था।
इस विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने 164, बहुजन समाज पार्टी ने 227, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 72, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने 23 और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आठ प्रत्याशी मैदान में उतारे थे।
उधर, धार जिले के मनावर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी एवं प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री रंजना बघेल तथा उनके कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने मतदान के दौरान एक आरक्षक की शिकायत पर सरकारी काम में बाधा डालने का प्रकरण दर्ज किया है।
धार के पुलिस अधीक्षक चौहान ने बताया कि जब मंत्री रंजना अपने कार्यकर्ताओं के साथ एक मतदान केन्द्र पर जा रही थीं, तभी विशेष शाखा का आरक्षक गंगाराम उनकी तस्वीर खींच रहा था। यह देखकर रंजना के साथ वहां मौजूद भाजपा कार्यकर्ता भड़क गए और आरक्षक से उसका मोबाइल फोन छीन लिया और कहा-सुनी की।
आरक्षक गंगाराम की शिकायत पर मनावर पुलिस ने मंत्री रंजना एवं उनके कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने संबंधी भादंवि की धारा 353 के तहत प्रकरण कायम कर जांच में लिया है।
उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित बालाघाट के तीन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान के दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे तथा पुलिस एवं अर्धसैनिक बलों की 80 कंपनियां तैनात की गई थीं। नक्सल प्रभावित बालाघाट एवं सिंगरौली जिले में वायुसेना के दो हेलीकाप्टरों से नजर रखी गई।
* मप्र विधानसभा चुनाव : ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान के लिए जबरदस्त उत्साह प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 53946 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए, जिनमें 14950 संवेदनशील माने गए थे। मतदान के लिए कुल 3.65 लाख कर्मचारियों को लगाया गया, जबकि सुरक्षा के लिए पुलिस एवं अर्ध सैनिक बलों की 552 कंपनियां तैनात की गई थी। निर्वाचन आयोग ने पहली बार ‘उपरोक्त में से कोई नहीं’ (नोटा) का बटन भी ईवीएम में रखा है, जिसे दबाकर मतदाता अपनी नापसंद जाहिर कर सकते थे।
आज हुए मतदान के साथ ही जिन प्रमुख उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में दर्ज हो गया, उनमें मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धनसिंह, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, बाबूलाल गौर, उमाशंकर गुप्ता, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता अजयसिंह राहुल आदि शामिल हैं। चौहान इस बार दो सीटों सीहोर जिले के बुदनी एवं विदिशा जिला मुख्यालय की विदिशा सीट से चुनाव मैदान में हैं। (भाषा)