भोपाल। भोपाल में अब कोरोना संदिग्धों की पहचान करने के लिए प्रशासन अब कॉल डिटेल की भी मदद ले रहा है। राजधानी में कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या में लगातार इजाफा होने के बाद संक्रमण को और फैलने से रोकने और चेक करने के लिए अब प्रशासन विशेषज्ञों के दल के साथ पुलिस की भी मदद ले रहा है। इसके लिए पॉजिटिव मरीजों के कांटेक्ट में आए लोगों की पहचान करने के लिए उनकी कॉल डिटेल को भी तेजी से खंगाला जा रहा है।
इसके लिए स्मार्ट सिटी ऑफिस में कई डायग्राम बनाकर उनकी कांटेक्ट हिस्ट्री, टेलीफोन नंबर और संक्रमित व्यक्तियों की बताई गई जानकारी को क्रॉस चेक किया जा रहा है। इस तरीके से अब तक पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए कई व्यक्तियों को ट्रेस भी किया जा चुका है। राजधानी में अब तक 6 हजार से अधिक संक्रमित व्यक्तियों के पहले और नजदीकी कॉन्टेक्ट को ट्रेस करने के बाद इनके सैंपल लिए जा चुके है। इसके साथ प्रशासन ने इस सभी लोगों को क्वारेंटाइन कर इन पर नजर रख रहा है।
कोरोना पॉजिटिव लोगों की कॉल डिटेल खंगालने पर भोपाल कलेक्टर तरुण पिथौड़े कहते हैं कि इसके जरिए केवल इसकी तस्दीक की जा रही है कि संक्रमित व्यक्ति अपनी कांटेक्ट और ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में जो जानकारी दे रहा है वह सही है या नहीं।
दरअसल भोपाल में लगातार संक्रमित लोगों के बड़ी संख्या में सामने आने के बाद प्रशासन के सामने इन सभी लोगों के क्लोज कांटेक्ट को ट्रेस करना एक चुनौती बन गया था। संक्रमण को और फैलने से रोकने के लिए जरूरी था कि सभी पॉजिटिव के कांटेक्ट की पहचान तुरंत की जाए इसके लिए पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर इन सभी लोगों के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों की टेलीग्राफिक की मदद से सभी व्यक्तियों की पहचान की गई और इनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए।
आमतौर पर पुलिस किसी व्यकित की कॉल डिटेल को तब खंगालती है जब वह किसी अपराध में शामिल होता है लेकिन संभवतः यह पहली बार हो रहा है कि किसी महामारी को फैलने से रोकने के लिए इसका सहारा ले रहा है।