इंदौर में महिला अध्‍यक्ष का नया प्रयोग कर सकती है भाजपा, ये 3 नाम चर्चा में

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 30 दिसंबर 2024 (15:28 IST)
इंदौर में भाजपा संगठन शहर अध्‍यक्ष के लिए एक नया प्रयोग कर सकती है। खबर है कि इस बार संगठन किसी महिला नेत्री को शहर अध्‍यक्ष पद की कमान सौंप सकता है। अगर ऐसा होता है तो इंदौर की डॉ दिव्‍या गुप्‍ता इस पद के लिए दावेदार हो सकती हैं, क्‍योंकि लोकसभा चुनाव के दौरान उनका नाम टिकट के लिए चर्चा में आया था। हालांकि टिकट उन्‍हें न मिलकर पार्टी ने एक बार फिर से शंकर लालवानी को मैदान में उतारा था। लेकिन अब अगर संगठन प्रयोग करता है तो दिव्‍या गुप्‍ता शहर अध्‍यक्ष की दावेदार हो सकती हैं। ठीक ऐसे ही सविता अखंड और ज्‍योति तोमर के नाम भी चर्चा में हैं। इनके अलावा इंदौर से महिला नेत्री का कोई बडा नाम नजर नहीं आता। हालांकि भाजपा जिस तरह से काम करती है, आखिरी में अपने फैसले से चौंका भी सकती है।

हो सकता है प्रयोग : बता दें कि जिलाध्यक्षों के लिए गाइड लाइन तय हो जाने और कुछ जिलों में महिला अध्यक्षों के चयन को लेकर भाजपा संगठन ने निर्देश दिए हैं। आपराधिक छवि और पार्टी से अनुशासनहीनता को लेकर निकाले गए कार्यकर्ताओं के नाम भी रायशुमारी में शामिल नहीं करने को लेकर बात सामने आई है। वहीं इंदौर एक तरह से भाजपा के लिए राजनीति की प्रयोगशाला रही है, ऐसे में अगर शहर अध्‍यक्ष के लिए संगठन कोई नई चाल चलती है तो कोई बडी बात नहीं होगी। कुछ वरिष्ठ नेताओं ने इंदौर में इस तरह के प्रयोग के लिए अपनी हामी भरी है।

क्‍यों हो सकता है प्रयोग : बता दें कि मंडल अध्यक्षों के चुनाव में कुछ जिलों के चुनाव प्रभारियों पर आरोप लगे हैं, ऐसा दोबारा न हो इसलिए अब बेहद संभलकर चयन किए जाने की बात सामने आ रही है। वहीं दो बार के जिलाध्यक्ष और 60 साल की उम्र का नियम अनिवार्य रूप से लागू करने के मामले में भी कहा गया है। ऐसे में गौरव रणदिवे को दोहराया जाए इस पर भी सवाल है।

तीन महिला नाम चर्चा में है : पहला नाम दिव्या गुप्ता का सामने आ रहा है जो लोकसभा और महापौर प्रत्याशी के रूप में भी तेजी से सामने आया था। महिला नगर महामंत्री के रूप में सविता अखंड को बनाया था जो सफल रहा और उन्होंने पार्टी के कई बड़े कामों में सहयोग दिया। महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष ज्योति तोमर भी एक हो सकता है। अगर संगठन की चली तो फिर संगठन में ही काम करने वाली किसी महिला नेत्री को इंदौर के अध्यक्ष के रूप में देखा जा सकता है।

क्‍या नहीं बनेंगे गौरव रणदिवे : कयास लगाए जा रहे थे कि एक बार फिर गौरव रणदिवे नगर अध्यक्ष बन सकते हैं, लेकिन संगठन के पदाधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया कि दो बार के अध्यक्षों को अब मौका नहीं दिया जाएगा। गौरव की नियुक्ति 9 मई 2020 को की गई थी। इस बीच दो कार्यकाल हो गए हैं और वे इस दौड से बाहर हो गए हैं। यूं भी गौरव अब किसी लाभ के पद पर नियुक्ति चाह रहे हैं, इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री से नजदीकियां भी बढ़ाना शुरू कर दी है। लोकसभा चुनाव के दौरान मार्च में कार्यकारी अध्यक्ष को हटाकर चिंटू वर्मा को पार्टी ने ग्रामीण क्षेत्र का अध्यक्ष बनाया था। इस हिसाब से उनका कार्यकाल अभी 8 महीने का ही हुआ है।
Edited by Navin Rangiyal

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