OMG! बच्चे ने ब्रेक लगाकर रोकी बस, बड़ा हादसा टला

कीर्ति राजेश चौरसिया
शुक्रवार, 3 फ़रवरी 2017 (14:11 IST)
ग्वालियर। मध्यप्रदेश में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे बल्कि इनमें दिन ब दिन इजाफा होता जा रहा है। लचर कानून व्यवस्था और लापरवाह परिवहन नीति के कारण हादसे बढ़ते जा रहे हैं जिससे लोगों की जान से खिलवाड़ हो रहा है। घोर लापरवाही के चलते शहर में चलने वाली स्कूली बसें भी अब हादसे का शिकार होने लगी हैं। यह नजारा लगभग प्रदेश के हर जिले में आए दिन देखने को मिलता है।
 
ताजा मामला प्रदेश के ग्वालियर का है जहां निजी स्कूल बस और वीडियोकोच बस में जबरदस्त टक्कर हुई। टक्कर के बाद स्कूल बस का ड्राइवर नीचे गिर गया। यह नजारा देख एक बच्चे ने तुरंत बस का ब्रेक दबा दिया और बस रूक गई। 
 
बसों की इस भीषण भिड़ंत और हादसे में आधा दर्जन से अधिक बच्चे घायल हो गए हैं। हादसे में बस के ड्राईवर और क्लीनर भी घायल हुए हैं। सभी घायलों को जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
 
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ड्राईवर बस चलाते समय मोबाईल पर बात कर रहा था। जिससे यह हादसा हुआ है। पुलिस मौके पर पहुंच गई है। उक्त घटना और मामले की जांच की जा रही है।
 
वहीँ हादसे के प्रत्यक्षदर्शी मनीष सिंह सेंगर की मानें तो वह सुबह 8:30 पर नास्ता करके आ रहा था तभी बस गलत साइड मुड़ी और एक अन्य बस से टकरा गई। हादसे के बाद स्कूल बस का ड्राईवर नीचे गिर गया और बिना ड्राईवर के बस चक्कर खाने लगी तभी एक बच्चे ने चलती बस का ब्रेक दबा दिया। बस रुक गई और बड़ा हादसा होने से बच गया।
 
Show comments

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

अजित पवार बने विधायक दल के नेता, राकांपा की बैठक में हुआ फैसला

LIVE: अजित पवार महाराष्‍ट्र विधानसभा में NCP के नेता, अनिल पाटिल मुख्य सचेतक

Uttarakhand : जनता के लिए खुलेगा ऐतिहासिक राष्ट्रपति आशियाना, देहरादून में हुई उच्चस्तरीय बैठक

मायावती का बड़ा फैसला, बसपा नहीं लड़ेगी उपचुनाव

Uttarakhand : केदारनाथ में कांग्रेस को भारी पड़ा नकारात्मक प्रचार, जनता ने विकास पर लगाई मुहर

अगला लेख