मंत्रीजी ने कलेक्टर को लगाई जमकर फटकार, जानिए क्यों...

कीर्ति राजेश चौरसिया
शनिवार, 30 नवंबर 2019 (08:12 IST)
छतरपुर। छतरपुर में कलेक्टर को फटकारने का मामला सामने आया है, जहां का प्रोटोकॉल उल्लंघन करने और फटकार खाने के बाद कलेक्टर 'सॉरी' बोलते नजर आए और प्रभारी मंत्री को अपने चेंबर में ले गए, जहां 20 से 25 मिनट तक कलेक्टर चेम्बर में बैठे रहे। इसके बाद मंत्रीजी मीटिंग में पहुंचे।
 
प्रदेश सरकार में आबकारी मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर शुक्रवार को विभागीय बैठक में पहुंचे थे, जहां मंत्री कलेक्टोरेट गेट के बाहर पहुंच गए, गाड़ी से भी उतर गए। बावजूद इसके, प्रोटोकॉल के तहत उन्हें कोई रिसीव करने नहीं पहुंचा। इसके बाद मंत्री का पारा चढ़ गया।
 
इसकी सूचना कलेक्टर मोहित बुंदस को लगी तो वे भागते हुए बाहर पहुंचे, जहां कलेक्टर ने मंत्रीजी को 'सॉरी' कहा। उसके बाद भी मंत्रीजी का गुस्सा शांत नहीं हुआ और कलेक्टर बुंदस से भारी नाराजगी जाहिर करते कहा कि क्या किसी को बताया नहीं कि मैं आ रहा हूं? यह है आपका प्रोटोकॉल? गलत बात है यह। अब आप कर लें अपनी बैठक।
 
इस पर कलेक्टर बार-बार 'सॉरी' बोलते और अपनी सफाई देते नजर आए। मनाते हुए कलेक्टर विभागीय बैठक के पहले मंत्रीजी को अपने चेम्बर में लेकर पहुंचे और वहां दोनों के बीच 20 से 25 मिनट तक बातचीत होती रही, फिर बाद में बैठक हुई।
 
विदित हो कि छतरपुर जिले के सारे विधायक कहीं न कहीं कलेक्टर के अड़ियल रवैये और तवज्जो न देने की शिकायतें अपने-अपने स्तर पर कर चुके हैं। बावजूद इसके, कलेक्टर का ट्रांसफर नहीं करवा सके।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख