भोपाल। मध्य प्रदेश में मिलावटखोरों पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद एक्शन में हैं। मिलावटखोरों की शिकायत के लिए मुख्यमंत्री ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर सीधे सूचना देने की अपील लोगों से की है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा कि अपने स्वार्थ और मुनाफे के लिए खाद्य सामग्री में मिलावट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। प्रदेश की जनता से अपील है कि मिलावट की सूचना 0755-2665036 पर फोन से या
[email protected] पर ई-मेल कर सरकार तक पहुंचाएं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मिलावटखोरी को लेकर प्रदेश के लोगों को सचेत भी किया है। इधर सूबे में मिलावटखोरों पर लगाम लगाने के लिए सभी जिलों में प्रशासन की छापामार कार्रवाई जारी है।
मुरैना में भाजपा नेता पर FIR : प्रशासन ने मिलावटखोरों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए जो कार्रवाई शुरू की है उसमें पहले उज्जैन और अब मुरैना में भाजपा नेता का नाम सामने आने के बाद सियासत भी शुरू हो गई है। मुरैना के अंबाह में पुलिस ने भाजपा पिछड़ा वर्ग के जिलाध्यक्ष साधु सिहं राठौर पर मिलावटखोरी को लेकर एफआईआर दर्ज की है, वहीं इससे पहले उज्जैन में मिलावटखोरी के आरोप में सूबे में पहली बार कीतिवर्धन केलकर पर रासुका की कार्रवाई की गई थी, उसके परिवार के संघ से जुड़े होने की बात सामने आई थी।
प्रशासन की कार्रवाई में मिलावटखोरी में भाजपा नेताओं के नाम सामने आने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश में पहले हत्या, अपहरण के केस में भाजपा से जुड़े लोगों के नाम सामने आते रहे और अब मिलावटखोरी के मामलों में भी भाजपा से जुड़े लोगों के नाम सामने आ रहे हैं।
शायद इसलिए मिलावटखोरी पर भाजपा मौन है। मिलावटखोरी में भाजपा नेताओं के नाम सामने आने से पहले प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने आरोप लगाया था कि मिलावटखोरी का यह धंधा भाजपा सरकार की गलत नीतियों के चलते फलाफूला है और यह पिछले 15 सालों में भाजपा नेताओं की मिलीभगत से संगठित गिरोह के रूप में बदल चुका है।