आज पालपुर-कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता 'धीरा' व आशा' और 3 शावकों को बड़े बाड़े से खुले जंगल में छोड़ा गया। इसी अवसर पर अधिकारियों से चीता प्रोजेक्ट के संबंध में समीक्षा भी की।
यह देखकर अत्यंत सुख की अनुभूति होती है कि कभी एशिया महाद्वीप से ही विलुप्त हो चुके चीते आज… pic.twitter.com/rixgML0xld