भोपाल। लोकसभा चुनाव के समय काफी चर्चा और विवादों में रहने वाले कंप्यूटर बाबा पर अब कमलनाथ सरकार खूब मेहरबान है। नर्मदा नदी न्यास के अध्यक्ष बनाए गए कंप्यूटर बाबा को सरकार ने अब मंत्रालय में बैठाने की तैयारी कर ली है।
पिछले दिनों कंप्यूटर बाबा ने सरकार से न्यास का काम करने के लिए मंत्रालय में अपने लिए एक कक्ष की मांग की थी, जिसको अब जल्द ही सरकार पूरा करने जा रही है। जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा के मुताबिक कंप्यूटर बाबा ने उनसे मिलकर अपनी मांग रखी थी जिसके बाद उन्होंने अपनी तरफ से पत्र भेजकर जीएडी से कंप्यूटर बाबा को मंत्रालय में एक कक्ष आवंटन करने की सिफारिश की है।
मंत्री के मुताबिक मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नर्मदा के संरक्षण के लिए जिस ट्रस्ट को बनाया है उसकी बैठक के लिए कंप्यूटर बाबा को एक कक्ष की जरुरत है जिसको सरकार पूरा करेगी। मंत्री के इस बयान के बाद अब साफ हो गया है कि कंप्यूटर बाबा जल्द ही मंत्रालय में मंत्रियों के साथ बैठे हुए नजर आएंगे।
हेलीकॉप्टर और ड्रोन कैमरा देने की थी डिमांड : इससे पहले कंप्यूटर बाबा ने नर्मदा किनारे अवैध उत्खनन को देखने और नर्मदा के संरक्षण के लिए सरकार से हेलीकॉप्टर की मांग की थी, जिसको सरकार ने खारिज कर दिया था। कंप्यूटर बाबा ने सरकार के सामने अपनी डिमांड रखते हुए कहा था नर्मदा किनारे पेड़ लगाने और नर्मदा को संरक्षित करने के लिए उनको नर्मदा के किनारों का भ्रमण करने के लिए हेलीकॉप्टर और निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे की जरुरत है, लेकिन सरकार ने बाबा की इन दोनों डिमांड को खारिज कर दिया था।
एक्शन में कंप्यूटर बाबा : वहीं नर्मदा शिप्रा एवं मंदाकिनी नदी न्यास का अध्यक्ष बनने के बाद कंप्यूटर बाबा इन दिनों खूब एक्शन में नजर आ रहे हैं। कंप्यूटर बाबा नर्मदा नदी में अवैध उत्खनन करने की शिकायत मिलने पर खुद छापामार कार्रवाई कर रहे हैं। कंप्यूटर बाबा की इस छापामार कार्रवाई से रेत माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है तो वहीं प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं।
अपने अमले के साथ कंप्यूटर बाबा इन दिनों पूरे प्रदेश में नर्मदा के किनारे भाजपा सरकार के समय लगाए गए पेड़ों का भौतिक सत्यपान भी कर रहे हैं। कंप्यूटर बाबा का कहना है कि बारिश के समय एक बार फिर नर्मदा के किनारे पेड़-पौधे लगाने का काम शुरू करने का प्लान तैयार कर रहे हैं।