इंदौर। सामान्य परिस्थितियों में तो सभी काम करते हैं, लेकिन असली योद्धा वही होता है जो असामान्य परिस्थितियों में अपने काम को अंजाम देता है। शहर के पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्यकर्मियों, पत्रकारों और यहां तक कि नागरिकों ने भी कोरोनावायरस काल में यह दिखा दिया कि वे विषम परिस्थितियों में काम करने में भी समर्थ हैं।
युवा पत्रकार एकता मंच द्वारा कोरोना योद्धा पुलिसकर्मियों के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए पुलिस महानिरीक्षक एसएएफ एवं पीआरटीएस एसपी सिंह ने कहा कि कोरोना योद्धाओं के साथ ही शहर की जनता ने कठिन परिश्रम से यहां कोरोना को कंट्रोल किया। उन्होंने कहा कि इंदौर का खासियत यही है कि यहां की जनता मदद के लिए आगे आकर हाथ बढ़ाती है। लॉकडाउन के दौर में बायपास पर ऐसे दृश्य आम थे, जब आने-जाने वालों की खुलकर मदद की जा रही थी। सिंह ने बरसात को ध्यान में रखते हुए लोगों से जलसंरक्षण और वाटर रिचार्जिंग की भी अपील की।
मानसिक चिकित्सालय इंदौर के अधीक्षक डॉ. रामगुलाम राजदान ने कहा कि कोरोना से डॉक्टर भी संक्रमित हुए, लेकिन उनको इसकी ट्रेनिंग थी, लेकिन पुलिसकर्मी उनसे भी ज्यादा संक्रमित हुए। मौत का आंकड़ा भी तुलनात्मक रूप से उनका अधिक था। उन्होंने कहा कि इस अवधि में काम के प्रति जो जज्बा पुलिसकर्मियों ने दिखाया, वह निश्चित ही सराहनीय है।
मंच के अध्यक्ष कुंवर विजय सिंह ने कहा कि कोरोना योद्धाओं का सम्मान समारोह संस्था का छोटा सा प्रयास है। मीडियाकर्मी, डॉक्टर, निगमकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी और पुलिसकर्मी सभी अपनी जान की चिंता किए बिना शहरवासियों के हित में बिना थके, बिना रुके और बिना डरे लगातार काम किया। इन सबके अमूल्य योगदान के लिए कोई भी सम्मान बहुत छोटा है। इस अवसर पर विजय भट्ट और रूपाली जैन ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षकद्वय सुनील राजौरे (रेडियो झोन) एवं संतोष कोरी (पीआरटीएस), डीएसपी रेडियो घनश्यामसिंह, राजिन्दरसिंह वर्मा एवं अशोक अहिरवार, निरीक्षक रेडियो पुष्पेन्द्रसिंह राणा, इंदलसिंह पंडितिया, मुलूसिंह कुशराम, ऋषि कुमार निमोदा एवं मनीष रंगारी समेत 40 से अधिक पुलिसकर्मियों को प्रमाण-पत्र प्रदान कर आईजी सिंह ने सम्मानित किया। अतिथि स्वागत हरीश यादव, आशीष शुक्ला, लोकेश शर्मा, मनीष सिंह चौहान, श्रीकांत पाल, सौरभ कपूर आदि किया।