भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस की करारी शिकस्त के बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बुधवार को कहा कि उपचुनाव के नतीजे हमारे पक्ष में नहीं गए और इसका विश्लेषण होना चाहिए। 28 विधानसभा उपचुनावों में भाजपा को 19 और कांग्रेस को 9 सीटों पर विजय मिली है और इन स्थितियों के बीच बुधवार शाम 6 बजे यहां पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक है।
राज्यसभा सांसद सिंह ने अपने ट्वीट में कहा कि ग्वालियर-चंबल अंचल की 16 में से 7 सीटों पर कांग्रेस विजयी हुई, लेकिन भांडेर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी फूलसिंह बरैया मात्र 171 वोट से पीछे रह गए। वरिष्ठ कांग्रेस नेता सिंह ने लिखा है कि लोग समझते थे कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने के बाद कांग्रेस समाप्त हो जाएगी, पर नई कांग्रेस खड़ी हो गई है। सिंह ने कहा कि मालवा-निमाड़-बुंदेलखंड क्षेत्र में नतीजे हमारे पक्ष में नहीं गए। कांग्रेस नेता एक होकर लड़े, कहीं भी गुटबाजी की कोई शिकायत नहीं आई। उन्होंने सभी कांग्रेसजनों और कांग्रेस को मत देने वाले मतदाताओं के प्रति भी आभार व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ हमें लड़ना पड़ेगा। मार्ग कठिन और संघर्षपूर्ण है, लेकिन कांग्रेस संघर्ष में ही मजबूती के साथ खड़ी होती है। सिंह ने ट्वीट के अंत में विश्वास व्यक्त किया है कि 'नेहरू-गांधी' परिवार के नेतृत्व में हम जनता का विश्वास फिर जीतेंगे।
जिन 28 सीटों पर राज्य में विधानसभा उपचुनाव हुए हैं, वर्ष 2018 की स्थिति में इनमें से मात्र आगर सीट को छोड़कर सभी 27 पर कांग्रेस का कब्जा था। इस बार आगर में कांग्रेस ने विजय दर्ज कराई है, लेकिन उसे कुल 18 सीटों का नुकसान हुआ है। इन नतीजों के साथ कांग्रेस की सत्ता में वापसी के दावे की भी हवा निकल गई है।