ई-टेंडर मामले में इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम का ओएसडी गिरफ्तार

Webdunia
सोमवार, 15 अप्रैल 2019 (09:11 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश के ई-टेंडर घोटाले में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए रविवार को राज्य इलेक्ट्रानिक्स विकास निगम के एक नोडल अधिकारी नंदकुमार ब्रह्मे को गिरफ्तार कर लिया।
 
ईओडब्ल्यू सूत्रों के अनुसार आरोपी ब्रह्मे निगम में ई प्रोक्योरमेंट सिस्टम के नोडल अधिकारी हैं और ई टेंडर मामले में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है। इसके पहले इस घोटाले में 11 अप्रैल को यहां की एक निजी सॉफ्टवेयर कंपनी के 3 अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था, जो अभी ईओडब्ल्यू की रिमांड पर हैं। 
 
यहां के मानसरोवर कॉम्पलेक्स में गुरुवार को ही इस निजी कंपनी के दफ्तर पर छापा मारने के बाद हार्ड डिस्क आदि जब्त की गई है। कंपनी के तीन अधिकारियों विनय चौधरी, वरुण चतुर्वेदी और सुमित गोलवलकर को गिरफ्तार किया गया था और इनसे पूछताछ जारी है। माना जा रहा है कि अब चौथे आरोपी ब्रह्मे को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
 
ईओडब्ल्यू ने लगभग 3 हजार करोड़ रुपए के घोटालों के मामले में 10 अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज की है। आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। ये मामले पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल के हैं। माना जा रहा है कि इस मामले में वरिष्ठ अधिकारी और कतिपय राजनेता भी जांच के दायरे में आ सकते हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

कौन थे रजाकार, कैसे सरदार पटेल ने भैरनपल्ली नरसंहार के बाद Operation polo से किया हैदराबाद को भारत में शामिल?

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में बंजारुमाले गांव में हुआ 100 प्रतिशत मतदान

धीरेंद्र शास्‍त्री के भाई ने फिर किया हंगामा, टोल कर्मचारियों को पीटा

प्रवेश द्वार पर बम है, जयपुर हवाई अड्‍डे को उड़ाने की धमकी

दिल्ली में देशी Spider Man और उसकी Girlfriend का पुलिस ने काटा चालान, बाइक पर झाड़ रहा था होशियारी

बहू को हुआ सास से प्‍यार, पति के साथ नहीं सोने देती है, सास हुई परेशान

UP के डिप्टी सीएम मौर्य बोले, एक और पाकिस्तान बनाने का जहर बो रही है कांग्रेस

धनंजय सिंह को मिली इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत, नहीं लड़ सकेंगे चुनाव

कौन है जेल से 20 दिन की पैरोल पर बाहर आया फलाहारी बाबा, क्‍या था मामला?

कांग्रेस का दावा, 2जी स्पेक्ट्रम मामले में दिखा भाजपा का पाखंड

अगला लेख