भोपाल। आयकर छापे के बाद कमलनाथ सरकार ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। माखनलाल यूनिवर्सिटी फर्जीवाड़ा मामले में पूर्व कुलपति बीके कुठियाला समेत 20 से अधिक लोगों के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
ईओब्ल्यू डीजी के मुताबिक यूनिवर्सिटी में हुए फर्जीवाड़े मामले की सरकार ने जो जांच समिति बनाई थी, उसके प्रतिवेदन के आधार पर पूर्व कुलपति समेत अन्य के खिलाफ प्रशासकीय और आर्थिक अनियमिता का मामला दर्ज किया है। पूर्व कुलपति बीके के कुठियाला के खिलाफ 409, 420 और 120 बी के तहत कार्रवाई की गई है।
कुठियाला पर यूनिवर्सिटी के पैसे का गलत ढंग से उपयोग करने, यूनिवर्सिटी के पैसे पर सेमिनार कराने, अपनी पत्नी को लंदन ले जाने, शराब खरीदने और नियमों को दरकिनार कर तरीके से यूनिवर्सिटी से जुड़े स्टडी सेंटर खोलने और सेमिनार के लिए यूनिवर्सिटी के लिए ग्रांट दिए जाने का आरोप है।
जांच समिति ने कुठियाला के कार्यकाल के दौरान यूनिवर्सिटी में हुई बड़े पैमाने पर हुई नियुक्ति को गलत ठहराया था। इसके बाद ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज करने की बड़ी कार्रवाई की है।
2003 से 2018 तक की नियुक्तियों और वित्तीय गड़बड़ियों को लेकर चल रही थी जांच, जिसमें माखनलाल विश्वविद्यालय के कुल 20 लोगों पर हुआ मामला दर्ज हुआ है। जिन लोगों पर मामला दर्ज हुआ है, वे हैं-
डॉक्टर ब्रजकिशोर कुठियाला
डॉक्टर अनुराग सीठा
डॉक्टर पी. शशिकला
डॉक्टर पवित्रा श्रीवास्तव
डॉक्टर अरुण कुमार भगत
डॉक्टर रजनी नागपाल
डॉक्टर संजय द्विवेदी
डॉक्टर अनुराग बाजपेयी
डॉक्टर कंचन भाटिया
डॉक्टर मनोज पचारिया
डॉक्टर आरती सारंग
डॉक्टर रंजन सिंह
डॉक्टर सुरेन्द्र पोल
डॉक्टर सौरभ मालवीय
डॉक्टर सूर्य प्रकाश
डॉक्टर प्रदीप डेहरिया
डॉक्टर सतेंद्र कुमार डहरिया
डॉक्टर गजेंद्र सिंह अवश्या
डॉक्टर कपिल राज चंदोरिया