Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसल का मिलेगा मुआवजा,खाद की कालाबाजारी की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी

हमें फॉलो करें बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसल का मिलेगा मुआवजा,खाद की कालाबाजारी की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
webdunia

विकास सिंह

, शुक्रवार, 14 अक्टूबर 2022 (19:59 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश की सबसे अधिक मार किसानों पर पड़ी है। लगातार बारिश के चलते किसानों की खेतों में खड़ी फसल के बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गई है। किसानों पर पड़ी प्रकृति की मार के बाद अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों की मदद के लिए आगे आए है।

प्रदेश के किसानों को संबोधि करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि असमय वृष्टि के कारण कई जगह खरीफ की फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। वह किसानों के कष्ट को अच्छी तरह जानते है। अगर फसल खराब होती है तो केवल फसल खराब नहीं होती बच्चों का भविष्य बर्बाद होता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों के खराब हुई फसल का सर्वे कर नुकसान का आकलन कर राहत की राशि देने के निर्देश दिए है। इसके साथ किसानों को फसल बीमा योजना का भी लाभ दिलाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन किसानों की फसल खराब हुई है या कुछ नुकसान पहुंचा है उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। यह संकट है लेकिन इसके पार निकालकर हम आपको ले जाएंगे। इसलिए चिंता ना करें।

खाद की कालाबाजारी पर सख्त सरकार-वहीं प्रदेश के किसानों के नाम अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान अभी रबी की बोवनी की तैयारियों में लगे हुए हैं। रबी की बोवनी के लिए खाद की पर्याप्त उपलब्धता है, खाद की कोई कमी नहीं है। यूरिया, डीएपी, पोटास, एनपी के कॉम्प्लेक्स और एसएसपी सभी तरह खाद हमारे पास उपलब्ध है। इसलिए अफवाहों पर ध्यान न दें जितनी जरूरत हो उतना खाद आप उठाना।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खुद खाद की आपूर्ति की मॉनिटरिंग कर रहे है। किसी भी हालत में आपको खाद की कमी नहीं आने देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई गड़बड़ करें ज्यादा पैसे में खाद दे तो आप 0755-2678403 पर जरूर सूचना देना। सूचना देते ही आपकी परेशानी भी हम दूर करेंगे। अगर किसी ने कोई गड़बड़ की तो कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

क्या हिमाचल में टूटेगा 37 साल का रिकॉर्ड? सर्वे में भाजपा मजबूत