नगरीय निकाय चुनाव के नामांकन के आखिरी दिन शनिवार को भाजपा ने एक बार फिर अपना शक्ति प्रदर्शन किया। प्रदेश के चार बड़े नगर निगमों शामिल इंदौर और जबलपुर में भाजपा उम्मीदवारों के नामांकन के दौरान पार्टी ने अपनी पूरी ताकत दिखाई। नामांकन के आखिरी दिन शनिवार को सबसे पहले इंदौर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि "इंदौर में लड़ाई धन के पुजारी और ज्ञान के पुजारी के बीच में है।"
इंदौर में भाजपा उम्मीदवार पुष्यमित्र भार्गव के नामांकन के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पुष्यमित्र मतलब जनता का मित्र। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में सरकार के एडिशनल एडवोकेट जनरल के नाते भी पुष्यमित्र भार्गव ने पूरी प्रमाणिकता के साथ ईमानदारी से जनता के पक्ष को रखने में कभी कोई कसर नहीं छोड़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर के विकास की जो परंपरा रही है, उसे बरकरार रखा जाएगा। इंदौर को अपने सपनों का शहर बताते हुए शिवराज ने कहा कि आने वाले 10 सालों में इंदौर बैंगलोर और हैदराबाद को पीछे छोड़ देगा। इंदौर बनाने के हमारे अपने सपने हैं। इंदौर का विकास, ग्रीन सिटी इंदौर, क्लीन सिटी इंदौर, आईटी सिटी इंदौर, मेट्रो सिटी इंदौर, स्मार्ट सिटी इंदौर इन्वेस्टर्स सिटी इंदौर के लिए हमारा रोडमैप तैयार है।
इंदौर से कांग्रेस के महापौर उम्मीदवार संजय शुक्ला पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी ने तय किया एक व्यक्ति के पास एक पद रहेगा वहीं कांग्रेस में तो एक ही आदमी विधायक, सांसद और महापौर के उम्मीदवार है। कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि या तो कांग्रेस के पास कार्यकर्ता ही नहीं है, या कार्यकर्ता हैं तो उनकी कोई इज्जत नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर में गुंडे,बदमाश,माफिया, गड़बड़ करने वालों और गरीबों का हक छीनने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोई गड़बड़ करेगा, तो बुलडोजर चलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कांग्रेस आ गई, तो इंदौर बर्बाद हो जाएगा। अगर दूसरा मेयर बन गया तो, हमारे इंदौर के सपने बिखर जायेंगे। इसलिए मैं कह रहा हूं सावधान रहो। उन्होंने कहा भाजपा सरकार इंदौर के विकास और जनता के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे । इंदौर के विकास के लिए और इंदौर की भलाई के लिए इंदौर नगर निगम में भाजपा के महापौर का होना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने इंदौर की जनता से अपील करते हुए कहा कि अकेले पुष्यमित्र ही नहीं, 85 के 85 पार्षद भी भाजपा के ही होना चाहिए।