झाबुआ उपचुनाव में मोदी,शाह ने बनाई दूरी,सोनिया और राहुल गांधी झोंकेगे ताकत

विकास सिंह
मंगलवार, 1 अक्टूबर 2019 (11:39 IST)
भोपाल। मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी झाबुआ उपचुनाव में जीत के लिए कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है। आदिवासी बहुल्य इस सीट को जीतने के लिए पार्टी ने सरकार के 9 मंत्रियों की ड्यूटी लगाई है। इसके साथ झाबुआ में जीत का परचम लहराने के लिए पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी चुनाव प्रचार की कमान संभालेगा। पार्टी ने उपचुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की जो सूची जारी की है उसमें पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम शामिल है।
ALSO READ: झाबुआ में हिंदुस्तान-पाकिस्तान के बीच चुनाव, बोले गोपाल भार्गव, कांतिलाल भूरिया को बताया पाकिस्तानी
इसके साथ ही पार्टी ने गुजरात से सटे झाबुआ में चुनाव प्रचार के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा और गुजरात विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश भाई धनानी को भी स्टार प्रचारक बनाया है। पार्टी के रणनीतिकार मानते हैं कि आदिवासी बहुल्य इस इलाके में आज भी गांधी परिवार का काफी असर देखने को मिलता है इसलिए पार्टी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी को अपना स्टार प्रचारक बनाया है।  
ALSO READ: झाबुआ उपचुनाव : 5 बार के सांसद कांतिलाल भूरिया ‍फिर बन पाएंगे विधायक? पढ़े खास खबर
झाबुआ उपुचनाव के नतीजे मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के 9 महीने कामकाज पर एक तरह से अपनी मोहर लगाएंगे। विधानसभा में विधायकों की संख्या के अंकगणित के हिसाब से भी झाबुआ चुनाव बेहद महत्वपूर्ण बन जाता है। सदन में मौजूदा समय में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 114 और अगर पार्टी झाबुआ सीट पर जीत हासिल कर लेती है तो 230 सदस्यीय विधानसभा में उसके सदस्यों की संख्या 115 पहुंच जाएगी। वहीं निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल पहले से ही सरकार में कैबिनेट मंत्री है जो उनको मिलाकर कांग्रेस अपने बल पर सदन में बहुमत का आंकड़ा पार कर लेगी। 
मोदी –शाह ने बनाई दूरी – भाजपा विधायक के इस्तीफे से खाली हुई झाबुआ सीट पर हो रहे उपचुनाव से एक तरह से पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने अपनी दूरी बना ली है। पार्टी ने उपचुनाव क लिए 40 सदस्यीय स्टार प्रचारकों की जो सूची जारी की है उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का नाम नहीं शामिल है। पार्टी की सूची में केंद्रीय स्तर पर केवल पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा का नाम शामिल है। इसके बाद सियासी गालियारों में इस बात की चर्चा जोरों से है कि क्या पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने झाबुआ उपचुनाव से दूरी बना ली है।
 
सोमवार को झाबुआ सीट पर पार्टी उम्मीदवार भानू भूरिया के नामांकन में प्रदेश भाजपा ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने चुनाव में राष्ट्रवाद का मुद्दा उठाते हुए इसे हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच चुनाव बता डाला। इसके बाद प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है और सवाल यहीं उठा रहा है कि क्या भाजपा राष्ट्रवाद के सहारे झाबुआ की चुनावी नैय्या पार करने की तैयारी में है। 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

फेंगल तूफान : क्रैश होने से बचा विमान, पायलट ने सूझबूझ से बचाई यात्रियों की जान, रोंगटे खड़े करने वाला Video

Maharashtra CM : कौन होगा महाराष्ट्र का सीएम, BJP के वरिष्ठ नेता ने कर दिया खुलासा

Waqf Bill : वक्फ की कितनी संपत्तियों पर है कब्जा, संसदीय समिति ने राज्यों से मांगा ब्योरा, सच्चर कमेटी का दिया हवाला

Sambhal Violence : संभल हिंसा की जांच शुरू, न्यायिक आयोग की टीम ने किया जामा मस्जिद का दौरा

जनसंख्या गिरावट से मोहन भागवत चिंतित, बताया कैसे नष्‍ट होता है समाज?

सभी देखें

नवीनतम

AAP को मिला अवध ओझा का साथ, क्या बोले केजरीवाल?

किसानों का दिल्ली कूच : दिल्ली-नोएडा आने-जाने वाले ध्यान दें, बॉर्डर पर लगा भीषण जाम

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री को जान से मारने की धमकी

मोदी सरकार के जनसंख्या नियंत्रण कानून पर संघ प्रमुख मोहन भागवत का ब्रेक?

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की प्रेशर पॉलिटिक्स असल वजह

अगला लेख