बहुचर्चित ननकांड का फरार पिदीया सिंगाडिया गिरफ्तार

Webdunia
मंगलवार, 18 अप्रैल 2017 (21:42 IST)
झाबुआ (मप्र)। यहां कल्याणपुरा थानांतर्गत ग्राम नवापाड़ा में 17 साल पहले हुए बहुचर्चित ननकांड में पिछले 11 साल से फरार सजायाफ्ता पिदीया सिंगाडिया को पुलिस ने झाबुआ से 15 किलोमीटर दूर ग्राम रूनखेड़ा से  गिरफ्तार कर लिया।
 
इस नन कांड में ईसाई मिशनरी में रह रही चार ननों में से तीन के साथ पिदीया सहित कई लोगों ने हमला कर कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया था। पुलिस अधीक्षक महेश चंद जैन ने बताया कि पुलिस ने पिदीया सिंगाडिया को ग्राम रूनखेड़ा से आज गिरफ्तार कर लिया है। 
 
उन्होंने कहा कि वर्ष 1998 में झाबुआ के कल्याणपुरा के समीप ग्राम नवापाड़ा में चर्चित और गंभीर अपराध हुआ था जिसमें डकैती, हत्या का प्रयास और सामूहिक बलात्कार जैसी घटना शामिल है। उस घटना में आरोपी पिदीया भी शामिल था और इंदौर जेल में आजीवन सजा काट रहा था। वह वर्ष 2006 में इंदौर जेल से पैरोल पर बाहर आने के पश्चात हाजिर नहीं हुआ था और तब से फरार था।
 
मध्यप्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किए गए 42 वर्षीय सिंगाडिया के सिर पर 10,000 रुपए का इनाम रखा था। जैन ने बताया कि मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति ग्राम रूनखेड़ा में अवैध रूप से हाथ में धारदार तलवार लेकर सार्वजनिक स्थान पर खड़ा होकर मार्ग में आने-जाने वालों को डरा धमका रहा है।
 
उन्होंने कहा कि इस सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रचना भदौरिया के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई और घेराबंदी कर उसके हाथ से धारदार तलवार को पुलिस ने कब्जे में लिया। जैन ने बताया कि जानकारी लेने पर पता चला की इसका नाम पिदिया सिंगाडिया निवासी ग्राम रूनखेडा है।
 
जैन ने कहा कि आरोपी के खिलाफ थाना कल्याणपुरा में धारा 25 बी आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर विवेचना की गई। विवेचना के दौरान आरोपी के संबंध में आपराधिक रिकॉर्ड के अनुसार थाना कल्याणपुरा के ही थाने में उसके खिलाफ ग्राम नवापाड़ा में ननकांड का मामला दर्ज था, जिसमें वह इंदौर की जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था तथा वर्ष 2006 में इंदौर जेल से पैरोल पर आने के पश्चात हाजिर नहीं हुआ था। 
 
उन्होंने बताया कि इस संबंध में एमजी रोड थाना, इंदौर में आरोपी के विरुद्ध भादंवि की धारा 224 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था जिसकी जांच अपराध शाखा द्वारा की जा रही थी। आरोपी को पकड़ने के लिए तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक इंदौर द्वारा दिसंबर 2015 को आरोपी की गिरफ्तारी पर 10,000 रुपए की घोषणा की गई थी। आरोपी की गिरफ्तारी की सूचना इंदौर अपराध शाखा को दे दी गई है।
 
पुलिस ने बताया कि नवापाड़ा स्थित ईसाई मिशनरी सेंटर में चर्च एवं डिस्पेंसरी है। 23 सितंबर 1998 को पिदीया सहित एक गैंग ने इस ईसाई मिशनरी सेंटर में इस बहाने से प्रवेश किया कि एक मरीज को आकस्मिक इलाज की जरूरत है और वहां चर्च में रह रही चार नर्सों में से तीन के साथ सामूहिक बलात्कार करने के साथ-साथ उनसे नकदी एवं बहुमूल्य सामान लूट लिया और वहां से फरार हो गए थे। नवापाड़ा जिला मुख्यालय झाबुआ से करीब 16 किलोमीटर दूर है। (भाषा)

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