कमलनाथ का ट्‍वीट- श्मशान में शव आपस में बातें कर रहे थे...

Webdunia
सोमवार, 17 मई 2021 (14:09 IST)
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया से उठाकर एक ट्‍वीट किया है। उन्होंने इस ट्‍वीट के माध्यम केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार और राज्य की शिवराज सरकार पर जमकर कटाक्ष किया है। हालांकि इस ट्‍वीट के लिए यूजर्स ने उनकी तीखी आलोचना की है। 
 
कमलनाथ के ट्‍विटर हैंडल से लिखा गया- 'श्मशान में शव आपस में बातें कर रहे थे- अगर ‘अच्छे दिन’ और ‘15 लाख‘ के लालच में नहीं पड़ते तो अभी तक जीवित होते और 25-30 वर्ष और जी लेते'? (सोशल मीडिया से साभार)
<

“श्मशान में शव आपस में बातें कर रहे थे-
अगर ‘अच्छे दिन’ और ‘15 लाख‘ के लालच में नहीं पड़ते तो अभी तक जीवित होते और 25-30 वर्ष और जी लेते “ ?
(सोशल मीडिया से साभार) pic.twitter.com/qA0JC9Q3Gs

— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 17, 2021 >
इस ट्वीट के बाद कमलनाथ ट्‍विटर पर यूजर्स के निशाने पर भी आ गए। वहीं कुछ लोगों ने उनका समर्थन भी किया। राज प्रजापति ने लिखा- माननीय कमलनाथ जी और देशों में भी जो मरे हैं इस महामारी से वहां मोदी जी की वजह से मरे हैं क्या? आपको अभी भी राजनीति सूझ रही है आप गरीबों पर राजनीति बंद करो और अपनी अच्छी राय जनता को दें। 
 
सत्यदीप भोंसले ने लिखा- मुझे इस बात का बहुत दुख है कि कांग्रेस के एक सम्माननीय नेता ने ऐसा बयान दिया है। यह मृतकों का मजाक है। आप चिंता जता सकते हैं, लेकिन इस तरीके से नहीं। हम आपका सम्मान करते हैं आपको सही उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। राकेश ने भी कमलनाथ के बयान की आलोचना की। तरुण आनंद ने भी कमलनाथ की गंभीरता को लेकर सवाल उठाया। 
 
 
Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?