किसान आंदोलन की दहशत, मध्यप्रदेश में सब्जी खरीदने उमड़ी भीड़, चार गुना बढ़े दाम (वीडियो)

Webdunia
बुधवार, 30 मई 2018 (15:29 IST)
इंदौर। मध्यप्रदेश में एक जून से शुरू हो रहे 10 दिवसीय किसान आंदोलन के पहले सब्जी मंडियों में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पिछले वर्ष हुए किसान आंदोलन के दौरान आम आदमी को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। उससे सबक लेते हुए इस बार हर व्यक्ति थोक में सब्जी खरीदने निकल पड़ा है। 
 
बाजार में उमड़ी भीड़ ने देखते ही देखते सब्जियों के दाम चार गुना तक महंगे कर दिए। हर कोई यह मानकर चल रहा है कि इस बार भी दूध और सब्जियों की किल्लत होने वाली है। 
 
इंदौर की चोइथराम मंडी, राजकुमार मंडी, नंदलालपुरा मंडी में आज सुबह पैर रखने की भी जगह नहीं थी। इंदौर ही नहीं रतलाम, मंदसौर, नीमच समेत उन सभी जिलों में भी किसान आंदोलन को लेकर तनाव दिखाई दे रहा है, जहां पिछले वर्ष उपद्रव हुआ था।
इंदौर ही नहीं रतलाम, मंदसौर, नीमच समेत उन सभी जिलों में भी किसान आंदोलन को लेकर तनाव दिखाई दे रहा है, जहां पिछले वर्ष उपद्रव हुआ था।
 
हालांकि आंदोलन को लेकर पुलिस और प्रशासन पुरी तरह मुस्तैद है और उसने सब्जी मंडी में सब्जी बेचने के लिए आने वाले किसानों को सुरक्षा का आश्वासन दिया।   
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Maharashtra politics : क्या महाराष्ट्र में होने वाला है बड़ा खेला, फडणवीस और उद्धव ठाकरे की मुलाकात के सियासी मायने

भारत में कितनी तेजी से बढ़ रही किस धर्म की आबादी? क्या भविष्य में अल्पसंख्यक बन जाएंगे बहुसंख्यक!

निमिषा प्रिया को बचाने के लिए क्या कर रही है भारत सरकार, विदेश मंत्रालय ने दी पूरी जानकारी

Donald Trump की धमकी, रूस से सस्ता तेल, क्या करेगी भारत सरकार, पेट्रोलियम मंत्री बोले- प्लान तैयार

7 महीने में 24 हजार लोगों को काटा, अब भी 30 हजार से ज्‍यादा कुत्‍तों की नहीं हुई नसबंदी, कहां सो रहा निगम प्रशासन

सभी देखें

नवीनतम

Maharashtra : महाराष्ट्र विधानसभा में क्यों चले लात-जूते, पढ़िए क्या है पूरा मामला, video

शिक्षक, साहित्यकार डॉ. रामकृष्ण सिंगी का निधन, अंत्येष्टि शुक्रवार को

Maharashtra politics : क्या महाराष्ट्र में होने वाला है बड़ा खेला, फडणवीस और उद्धव ठाकरे की मुलाकात के सियासी मायने

भोपाल में एमपी नगर में धंसी सड़क, 10 फीट का गड्डा, पटवारी ने कसा तंज

भारत में कितनी तेजी से बढ़ रही किस धर्म की आबादी? क्या भविष्य में अल्पसंख्यक बन जाएंगे बहुसंख्यक!

अगला लेख